देहरादून। भाजपा के सीनियर लीडर सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि वह उत्तराखंड में भाजपा के नैतिक पतन से सचमुच दुखी हैं। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ उत्तराखंड में उनके केस के खिलाफ वकालत करने के लिए कुछ भाजपा के लोगों ने क्रिस्चियन संस्थाओं से आर्थिक मदद ली है।
सुब्रमण्यम स्वामी की इस पोस्ट के बाद उत्तराखंड में भी भाजपा असहज स्थिति का सामना कर रही है, वहीं पूरे देश भर में लोग उत्तराखंड भाजपा की आलोचना कर रहे हैं।
सुब्रमण्यम स्वामी की इस पोस्ट पर 4000 लोगों ने रिएक्ट किया है और 419 लोगों ने शेयर किया है।
इस पोस्ट पर 268 कमेंट आए हैं और अधिकांश कमेंट में उत्तराखंड भाजपा की आलोचना की गई है।
भाजपा की प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत का कहना है कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है।
बंशीधर भगत ने कहा कि हो सकता है कि डॉक्टर स्वामी को किसी पर शक हो।
वहीं प्रदेश प्रवक्ता डॉ देवेंद्र भसीन ने उत्तराखंड भाजपा का बचाव करते हुए कहा कि सुब्रमण्यम स्वामी को उनके नाम सार्वजनिक करने चाहिए।
तीर्थ पुरोहितों ने भी ईसाई संस्थाओं के द्वारा इस मामले में रुचि लिए जाने की चर्चा को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसका विरोध किया है।
गौरतलब है कि सुब्रमण्यम स्वामी ने उत्तराखंड सरकार की देवस्थानम बोर्ड एक्ट को उत्तराखंड हाई कोर्ट में चैलेंज किया है तथा सुनवाई पूरी करने के बाद उत्तराखंड हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है।