मनोज कुमार ग्राम सीलिंग पोस्ट ऑफिस सेरा पिथौरागढ़ का रहने वाला युवक है।मनोज कुमार ने आरोप लगाया हैं कि,पुलिस द्वारा उसके साथ अत्याचार हुआ हैं।मनोज कुमार ने अपने लिए न्याय की गुहार लगाई हैं।
आपको बता दें कि,युवक के अनुसार दिनांक 3.8.2010 को देहरादून पुलिस के द्वारा युवक को झुठे मुकदमा में फंसा कर में जेल डाल दिया था, लेकिन 3.8.2010 से 11 जनवरी 2017 तक युवक ने अन्याय के खिलाफ लड़ाई जारी रखी और 11 जनवरी 2017 को अदालत से बरी होने के बाद युवक ने अपने साथ हुए अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई।
इस संदर्भ में युवक ने जिलाधिकारी पिथौरागढ़ के माध्यम से मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री मोदी से लेकर पुलिस महानिदेशक देहरादून तक अपने साथ हुए अत्याचार करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अपील की ।
उसकी इस अपील पर कोई भी सुनवाई नहीं होने पर युवक को मजबूर होकर पिथौरागढ़ जिला कार्यालय में भूख हड़ताल पर बैठना पड़ा ।
घटना का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी पिथौरागढ़ के दारा युवक को न्याय दिलाने का आश्वासन देकर वहां से उठा दिया गया। इसके उपरांत कोई भी कार्रवाई नहीं हुई ।
कोई कार्रवाई न होने पर युवक 25 फरवरी 2019 को पुनः अपनी मांगों को लेकर पिथौरागढ़ जिले में जनता दरबार में गया।
जब जिला पिथौरागढ़ से अपनी मांगों को रख कर बाहर अपने कुछ साथियों के साथ वार्तालाप कर रहा था तो अचानक उप जिलाधिकारी संतोष कुमार पाण्डेय के ने बिना कारण बताये युवक के साथ मारपीट की ।बड़ी मुश्किल से युवक वहां से जान बचाकर भागा।
इसके उपरांत युवक ने अपने साथ मारपीट करने वाले उक्त भ्रष्टाचारी अधिकारी संतोष कुमार पांडेय के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुलिस अध्यक्ष पिथौरागढ़ और जिला प्रशासन पिथौरागढ़ को एक रजिस्टर्ड डाक द्वारा शिकायत दर्ज कराई, लेकिन अभी तक इस विषय पर कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है।
पीड़ित युवक का कहना हैं कि,मेरे साथ हुई मारपीट करने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर 25 जून से तहसील बंगापानी मे मजबूरन भुख हड़ताल पर बैठने को मजबुर होगा।
पीड़ित युवक ने कहा कि, इस दौरान मेरे साथ कुछ भी अनहोनी होगी तो इसकी जबाब देही उत्तराखण्ड राज्य सरकार और जिला प्रशासन पिथौरागढ़ और पुलिस अध्यक पिथौरागढ़ की होगी।
युवक ने कहा है कि, वह सरकार से मांग करता है कि 3.8.2010 से अभी तक हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई और जो 3.8.2010 से अभी सरकारी नौकरी से वंचित रहा।उसके एवज में कहीं न कहीं सरकारी नौकरी दिया जाए।
साथ ही युवक ने दोषियों और अधिकारी संतोष कुमार पांडेय के खिलाफ ग़लत तरीके से फंसाने को लेकर कार्यवाही की मांग की हैं ।