पेपक लीक मामले में एसटीएफ की सर्जिकल स्ट्राइक लगातार जारी है। वहीं सूत्रों की माने तो अब एसटीएफ की रडार पर रिटायर्ड पुलिस अधिकारी और शिक्षा विभाग के अधिकारी, कर्मचारी भी हैं।
एसटीएफ के अनुसार पकड़ा गया नकलमाफ़िया स्टोन क्रशर संचालक चंदन मनराल काफी समय से सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने का धंधा करता है।
अब ऐसे में जांच का दायरा बढ़ रहा है। बताया जा रहा है कि रिटायर्ड पुलिस अधिकारी सहित कई जांच के दायरे में हैं।
बताया जा रहा है कि रामनगर के नकलमाफ़िया चंदन मनराल ने शिक्षा मित्र पद पर भी कई लोगों की पैसे लेकर नौकरी लगवाई है। बताया जा रहा है कि चंदन मनराल ने कई लोगों को गलत तरीके से नौकरी दिलाई है। सूत्रों की माने तो रामनगर के एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी ने अपने भतीजे की पत्नी की नौकरी के लिए उसे 15 लाख रुपए दिये थे और नियुक्ति पत्र भी मिल चुका है। बताते हैं कि शिक्षा विभाग में कार्यरत कई अधिकारी व कर्मचारी चंदन मनराल के लिए काम करते थे।
एसटीएफ की कार्रवाई जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे इस प्रकरण में नए खुलासे हो रहे हैं। सूत्रों की मानें तो पेपर लीक मामले में कुछ और लोगों की जल्द गिरफ्तारी हो सकती है। एक के बाद एक नकलमाफ़िया पकड़े जाने के बाद इस गोरखधंधे से जुड़े लोग इधर उधर छुप भी गए हैं लेकिन एसटीएफ की सर्जिकल स्ट्राइक में ये लोग जल्दी पकड़ में आ सकते हैं। वहीं गढ़वाल क्षेत्र से पकड़े गए हाकमसिंह औऱ उसके खास माने जाने वाले अंकित रमोला की सम्प्पतियाँ खंगाली जा रही हैं वहीं इनके बैंक खातों के लेन देन को भी खंगाला जा रहा है ऐसे में इन नकलमाफ़ियाओं के सम्पर्क में रहने वाले लोगों से भी एसटीएफ की पूछताछ लगातार जारी है।