उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अपने घर का फ्रिज कोरोनेशन अस्पताल में देकर उन लोगों के निशाने पर आ गए हैं जो कोरोना काल में चौपट स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर बुरी तरह बौखलाए हुए है।
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज एक ट्वीट किया कि,”कोरोनेशन अस्पताल के डॉक्टरों ने वहां पर कोविड-19 संबंधित दवाइयां एवं इंजेक्शन रखने के लिए फ्रिज की आवश्यकता बताई। जिसके पश्चात तत्काल वहां फ्रिज भेंट किया। बहुत जल्दी थी इसलिए घर का ही भिजवा दिया।”
सुर्खियां बटोरने के चक्कर में त्रिवेंद्र सिंह रावत पूरे फंस गए। इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए एक व्यक्ति ने कहा कि “इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आपने अपने कार्यकाल में क्या किया होगा !”
कोई लिख रहा है कि, इस तरह का ढोंग पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान विधायक को शोभा नहीं देता। यदि देना ही था तो अपने टाइम पर ऑक्सीजन बेड और अन्य चीजें उपलब्ध कराते ।”
एक और व्यक्ति ने टिप्पणी कि,” इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा कि जो विभाग इनके पास 4 सालों तक रहा इसके बावजूद आज उन्होंने अपना घर का फ्रिज दान देना पड़ा।”
मधुसूदन सुंदरिया लिखते हैं कि “वहां बेड की भी आवश्यकता है सर जी। घर का बेड कब भिजवा रहे है।
कुछ दिन पहले भी त्रिवेंद्र रावत विधायक निधि से एक करोड़ दान देने की बात कहकर फंस चुके है।
लोगों ने इस पर भी उनकी खूब खिंचाई की थी कि, भला जनता की कमाई का पैसा विधायक निधि की मदद से देने को दान कैसे कहा जा सकता है !
उस समय त्रिवेंद्र सिंह रावत का काफी मजाक उड़ाया गया था।मीडिया जगत में इसे सुर्खियां बटोरने की तिकड़म बताकर खूब मजे लिए जा रहे है।