पिथौरागढ़ के गांवों मे बादल फटने से दो महिलाओं की मौत। कुछ जगह सेना ने संभाला मोर्चा
रिपोर्ट- कमल जगाती
नैनीताल। उत्तराखंड में पिथौरागढ़ जिले के बरम, मेलती, धारचूला समेत कई गांव में बरसात का पानी घुस गया और तबाही मचा दी। वृद्ध लोगों को कंधों पर मुश्किल से तेज बहाव वाले नाले पार करके सुरक्षित जगहों तक पहुंचाया गया। पिथौरागढ़ जिले में हिमालय से लगे हुए बरम, मेलती, धारचूला और कुछ अन्य गांवों में तेज बरसात और पहाड़ों से आने वाले पानी ने कहर ढहा दिया। बरसाती नालों ने रौद्र रूप धारण करते हुए घरों में प्रवेश किया। नदियों का बहाव बदलने से घरों के अंदर से पानी गुजरने लगा।
पहाड़ी क्षेत्र में जारा, जिबली और मेलति गांव में बादल फटने और मकान दबने से दो महिलाओं की दर्दनाक मौत हो गई। मोरी, उपरगड़ा और सीलिंग सहित कई इलाकों में भूस्खलन ने सब कुछ तबाह कर दिया है। मोरी गांव में भी 2 बोलेरो जीप मलबे में दब गई। मंगलवार सुबह 4 बजे के बाद हुए इस तांडव से सैकड़ों लोग अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर हो गए। क्षेत्रीय विधायक हरीश धामी और प्रसाशन की पहल पर सेना ने कुछ इलाको में मोर्चा संभाला है और राहत बचाव कार्य शुरू किये गए हैं। धारचूला और मुनस्यारी से जौलजीबी तक का पूरा क्षेत्र जलमग्न हो गया है। कई घरों में दरारें आ गई हैं। नदी नालों का जलस्तर ऊंचे पुलों को छूने को तैयार हैं।