मशीन का इंजन खराब होने से नहीं हुआ सेनेटाइजेशन कार्य
महामारी में ऐसी साजिश रचने वाले अज्ञात के खिलाफ जांच में जुटी पुलिस
ऋषिकेश। शिवचन्द्र राय कोरोना महामारी में सेनेटायजेशन कार्य को प्रभावित करने के उद्देश्य से कुछ अज्ञात लोगों ने मशीन में चीनी डाल दी। मशीन खराब होने से शहर में सेनेटायजेशन कार्य दो दिनों तक नहीं हो पाया। नगर पंचायत स्वर्गाश्रम-जोंक के ईओ की तहरीर पर लक्षणमण झूला पुलिस ने ऐसी साजिश रचने वाले अज्ञात के खिलाफ जांच कर रही है।
पुलिस को दी तहरीर में अधिशासी अधिकारी मोहन प्रसाद गौड़ ने कहा कि वर्तमान समय में नगर पंचायत स्वर्गाश्रम-जौंक कोविड-19 के संक्रमण से बचाव हेतु मशीनों द्वारा सेनेटायजेशन का कार्य कराया जा रहा है। 26 मई को रात में सेनेटाइजर मशीन गाड़ी संख्या-यूके 12 सीए 0726 में रखी हुई थी तथा वाहन आराधना स्थल के पीछे खड़ा था। रात में किसी अज्ञात वयक्ति द्वारा मशीन के पेट्रोल टैंक को क्षतिग्रस्त कर दिया गया तथा मशीन के टैंक की सप्लाई को जाम करने हेतु उसके अंदर चीनी डाल दी गई। इसका वीडियो भी हमारे कार्यालय में हैं।
इस प्रकार किसी वयक्ति के द्वारा कोविड-19 महामारी से बचाव सबंधी कार्य में बाधा डाली गयी है। इससे कार्य बाधित होने के साथ ही सरकारी संपति की क्षति को नुकसान पहुंचाया गया है। इसीलिए तत्काल इस मामले में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू की जाए।
उधर तहरीर मिलने के बाद लक्ष्मणझूल थाना एसओ राकेंद्र कठैत ने भी जांच शुरू कर दी है। वहीं ईओ गौड़ ने भी विभागीय स्तर पर भी जांच शुरू कर दी है।
उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ नगर पंचायत द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी। मामले में चेयरमैन माधव अग्रवाल ने कहा कि 26 मई को नगर पंचायत के पर्यावरण मित्रों के बीच विवाद हुआ था। जिसके बाद मारपीट करने वाले कर्मचारी थाने में थे। इस दौरान सेनेटायजर कार्य हेतु गाड़ी एक दूसरे कर्मचारियों को दी थी। पुलिस के जांच में जो भी हो, मशीन में चीनी डालने की कहानी के तार उक्त विवाद से जुड़ा हुआ लगता है।