नीरज उत्तराखंडी ,पुरोला, उत्तरकाशी।
जनपद उत्तरकाशी में युवा कल्याण अधिकारी के पद पर तैनात प्रभारी जिला युवा कल्याण अधिकारी आजकल अपनी कार्यशैली और नियुक्ति को लेकर खासे चार्चाओं में है। भाजपा जिला अध्यक्ष ने जिला अधिकरी को पत्र लिखकर युवा कल्याण अधिकरी को कार्यमुक्त कर मामले की जांच कराने की मांग की है।
वही जिला अधिकरी ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए सीडीओ को जांच के आदेश दिये है। तो वहीं युवा कल्याण अधिकारी ने उन पर लगे सारे आरोप को निराधार बताया है और नियुक्ति को शानादेश के अनुसार नियम अनुसार हुआ होना बताया।
बतातें चले कि भाजपा जिला अध्यक्ष रमेश चौहान सहित मंडल और ब्लाक प्रतिनिधियों ने जिला अधिकरी को पत्र लिखकर युवा कल्याण अधिकरी पर अपने गृह जनपद में 5वर्षो से तैनान रहने व नियम विरूद्ध नियुक्ति पाने और जनप्रतिनियों के साथ अभद्र व्यवहार करने सहित पीआरडी स्वयं सेवको के साथ असभ्य व्यवहार करने व विभाग में अनियमितता करने तथा अपने सगे संबंधियों को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया है।
वहीं शासकीय धन को हड्पने पीआर डी स्वयं सेवको से रिश्वत लेने जैसे संगीन आरोप भी लगाये गये है।
पत्र में कहा गया है कि व्यायाम प्रशिक्षक ग्रेड वेतन 2800 समूह ग की तृतीय श्रेणी के कार्मिक को शासन के स्पष्ट निर्देशो के वावजूद भी नियम विरूद्ध आहरण वितरण (डी डी ओ)का दायित्व दिया गया है। जो कि असैधानिक है। नवनियुक्त तेज तर्रार डीएम मयुर दीक्षित ने सीडीओ को प्रभारी युवा कल्याण अधिकारी को पद से हटाने तथा जांच के निर्देश दिये है।
उत्तरकाशी जनपद में प्रभारी युवा कल्याण अधिकारी के रूप में नियुक्त होने पर जिले के पीआरडी स्वयंसेवकों का उत्पीड़न शुरु किया तो पीआरडी स्वयंसेवकों द्वारा इनके खिलाफ गाली-गलौच,उत्पीड़न नियुक्तियों में अनियमितता और मानदेय के एवज में कमीशन खाने जैसे गंभीर आरोप लगाकर इनके भ्रष्ट आचरण पर सवाल उठाये तथा इनके खिलाफ धरना प्रदर्शन भी किया।
बताया जा रहा है कि पूर्ववर्ती सरकार में इन्होंने बाकायदा तत्कालीन युवा कल्याण मंत्री से पदस्थापना की सिफारिश की और बिना अर्हता के समूह ‘ग’ के ग्रेड पे 2800 के पद पर ही अपने ही गृह जिले में पदस्थापना कराने में कामयाबी पाई .
यह भी बताया जा रहा है कि जिले में जब पूर्ण योग्यता के युवा कल्याण अधिकारी की नियुक्ति हुयी तो उनकी नियुक्ति निरस्त करवाकर अपनी अपनी नियुकित करवाने मे कामयाब रहे।
खेल महाकुंभ के आयोजनों में भी उक्त अधिकारी का विवादों से गहरा नाता रहा है. यहां भी विवादों ने इनका पीछा नहीं छोड़ा जिला युवा कल्याण अधिकारी रहते हुए डुंडा ब्लाक के क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी का भी प्रभार अपने पास रखते हुए 2017-18 में खेल महाकुंभ के आयोजनों में निर्णायक एवं टीम प्रभारी शिक्षकों द्वारा खेल आयोजन सामग्री और खिलाड़ियों की खराब भोजन व्यवस्था के सवाल पर शिक्षकों से उलझ गये, जिससे शिक्षकों ने खेल महाकुंभ के आयोजन के बहिष्कार की चेतावनी दी तो किसी तरह मामला वहां ठंडा कराया ।
वर्तमान में भाजपा जिला अध्यक्ष सहित तमाम जनप्रतिनिधियों ने इनकी गलत तरीके से हुई नियुक्ति और भ्रष्ट कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए इनको पद से हटाने के साथ ही इनके कार्यकाल में हुई अनियमितताओं की जांच कराने की भी मांग की है. जिलाधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा इनके खिलाफ तत्काल कार्यवाही करते हुए उन्हें पद से हटाने तथा 2 सप्ताह में जांच आख्या प्रस्तुत करने का आदेश जारी कर दिया गया है .
उनकी नियुक्ति शासन से प्राप्त निर्देशों के अनुसार नियम के अनुरूप हुई है। उन पर लगाये गये सभी आरोप निराधार है । तथा शिकायत करने वालों द्वारा उन पर पीआरडी में अपने चहेतों को भर्ती करने का दबाव बनाया जा रहा है।– डीओ युवा कल्याण उत्तरकाशी।