थानाध्यक्ष की दादागिरी पर भड़के व्यापारी, धरना प्रदर्शन, सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां
प्रदीप भारतीय
लंबगांव (टिहरी) : एक और थानाध्यक्ष की गैरजिम्मेदाराना हरकत कोरोना माहौल में घातक साबित होती नजर आई।
जी हाँ खबर लंबगांव थाना क्षेत्र की है, जहाँ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने गए एक व्यापारी पुत्र को थानाध्यक्ष ने थप्पड़ मार दिया, जिसके बाद घटना से भड़के व्यापारियों ने जमकर बवाल काटा तथा लंबगांव बाजार बंद कर थानाध्यक्ष को हटाने की मांग को लेकर चक्का जाम कर धरने पर बैठ गए।
देखिए वीडियो
थानाध्यक्ष की दादागिरी पर भडके व्यापारी, धरना प्रदर्शन, सोशल डिस्टेंसिंग की उडी धज्जियां
लंबगांव (टिहरी) : अभी चंबा थानाध्यक्ष की मनमानियाँ की हवा थमी भी नही थी कि एक और थानाध्यक्ष की गैरजिम्मेदाराना हरकत कोरोना माहौल में घातक साबित होती नजर आई, जी हाँ खबर लंबगांव थाना क्षेत्र की है जहाँ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने गए एक व्यापारी पुत्र को थानाध्यक्ष ने थप्पड़ मार दिया, जिसके बाद घटना से भडके व्यापारियों ने जमकर बवाल काटा तथा लंबगांव बाजार बंद कर थानाध्यक्ष को हटाने की मांग को लेकर चक्का जाम कर धरने पर बैठ गए
पीड़ित व्यापारी त्रिलोक बिष्ट के अनुसार उनका पुत्र दीपक अपने चाचा राकेश के साथ अपने ट्रक के कागजात खोने की रिपोर्ट दर्ज कराने पुलिस थाने गए थे, वह अपनी समस्या बता रहे थे कि अचानक पूरी बात सुने बिना ही थानाध्यक्ष विनोद राणा आपे से बाहर हो गये तथा बेवजह दीपक को थप्पड़ जड़ दिया।
जैसे ही घटना की खबर व्यापारियों तक पंहुची वह भड़क गए तथा बाजार बंद कर थानाध्यक्ष के रवैए का विरोध करते हुए दोपहर 12 बजे सडक पर उतर गये तथा चक्का जाम कर धरने पर बैठ गए। व्यापारी पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए थानाध्यक्ष को हटाने की मांग पर अड़ गये, इस बीच मौके पर पहुंची तहसील टीम ने व्यापारियों को समझाने की कोशिश की लेकिन वह टस से मस्ती ना हुए, मामला हाथ से बाहर होते देख टिहरी एस एस पी कार्यालय को सुचना दी गई, जिसके बाद आनन फानन में पुलिस क्षेत्राधिकारी डीएस तोमर साढ़े तीन बजे मौके पर पहुंचे और व्यापारियों को समझाने का प्रयास करने लगे काफी लंबी जद्दोजहद के बाद क्षेत्राधिकारी के मामले की जांच कर एक सप्ताह में उचित कार्रवाई के आश्वासन के बाद व्यापारियों का गुस्सा शांत हुआ और धरना स्थगित कर दिया गया, इस मौके पर व्यापार मंडल अध्यक्ष केशव रावत, गंभीर सिंह बिष्ट और प्रकाश सिंह आदि मौजूद थे
लेकिन दुखद बात यह रही कि कोरोना महामारी के चलते इस संवेदनशील माहौल में एक अधिकारी की गैरजिम्मेदाराना गर्म दिमागी पूरा माहौल बिगाड़ गई
चक्का जाम के दौरान तमाम कोरोना बचाव नियमों की जमकर धज्जियां उड़ी। ना शारीरिक दूरी का ध्यान दिया गया ना कोई सुरक्षा। यही नहीं कई लोगों ने मास्क भी नहीं पहने थे
आखिर कौन लेगा जिम्मेदारी ?