रिपोर्ट ललित बिष्ट
अल्मोड़ा
प्रदेश में अंकिता हत्याकांड का का मामला अभी शांत भी नहीं हो पाया है, उधर उत्तराखंड के रानीखेत के गोविंदपुर में ऐसा ही एक और मामला सामने आने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। दोनों ही मामलो में पटवारी की लापरवाही या कहे मिली भगत सामने आ रही है।
इस बार मामला रानीखेत के गोविंदपुर क्षेत्र के डांडा कांडा गाँव का है, जहाँ एक रिसोर्ट में एक नाबालिग को लेकर दुराचार का प्रयास किया गया है।
यहाँ भी पटवारी ने पूरे दो महीने तक मामले को दबाये रखा है। आखिरकार जब लड़की जिलाधिकारी अल्मोड़ा तक पहुंची और जिलाधिकारी के आदेश पर शिकायत दर्ज हुयी तब जाकर ये मामला सामने आया है। जिलाधिकारी द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए गए।
जानकारी के अनुसार, आरोपी ऐवी प्रेमनाथ दिल्ली सचिवालय में अधिकारी है, जो की डांडा कांडा में एक प्लीजेंट वैली फाउंडेशन स्कूल नाम से एक NGO चलाता है। जिसने कुछ समय पूर्व पीड़िता की माँ को एक झूठे केस में फंसा दिया था। विगत और 2 महीने से
उसकी माँ को छुड़ाने के नाम पर वह पीड़िता का शोषण कर रहा था।जिसकी पटवारी से शिकायत करने के बाद भी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई।
अब पीड़िता ने जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगायी है।