पर्वतजन ब्यूरो
गैरसैंण के रामलीला मैदान में आंदोलन लगातार उग्र होता जा रहा है। उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की बर्खास्तगी की मांग को लेकर भुवन सिंह कठायत ने भूख हड़ताल का आज पांचवां दिन पूरा कर लिया, जबकि कार्तिक उपाध्याय और कुसुम लता बौड़ाई ने तीसरे दिन भी अनशन और मौन जारी रखा।
आंदोलनकारियों ने तहसीलदार के माध्यम से राष्ट्रपति को खून से पत्र लिखकर मांग उठाई कि मंत्री को तुरंत बर्खास्त किया जाए।
भुवन सिंह कठायत ने कहा, “अब सिर्फ दो रास्ते बचे हैं – या सरकार मंत्री को बर्खास्त करे या फिर मैं अपने प्राण त्याग दूंगा।”
कार्तिक उपाध्याय ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, “मुख्यमंत्री ने पर्वतीय समाज को हाशिए पर डाल दिया है। अब आर-पार की लड़ाई होगी।”
कुसुम लता बौड़ाई ने कहा, “स्वाभिमान से बड़ा कुछ नहीं। मंत्री पद छोड़ें या सरकार हमारी आवाज सुने, वरना बलिदान तय है।”