गिरीश चंदोला
थराली / खनन माफिया इन दोनों पिंडर नदी का सीना चीर कर खूब चांदी काट रहे हैं, लेकिन खनन माफिया पर कार्यवाही नहीं होने से उनके हौसले बुलंद होते नजर आ रहे हैं।
अब सवाल यह उठ रहा है कि अवैध रूप से खनन कर रहे खनन माफियाओं पर कब कार्यवाही होगी या ऐसे ही खनन माफिया रात में बैखोफ होकर रेत , बजरी चोरी कर परिवहन करते रहेंगे ।
अंधेरा होते ही खनन माफिया पिंडर नदी में अवैध रूप से खनन कर परिवहन करते हैं ।आपको बता दें कि तहसील और थराली थाने से पहले 3 किलोमोटर की दूरी पर थराली – देवाल मोटर मार्ग पर खारीबगड़ में पिंडर नदी के किनारे रात होते ही खनन माफिया एक्टिव हो जाते है।
अंधेरा होते ही 8 – 10 गाड़ी रेत – बजरी हमेशा परिवहन किया जाता है। प्रशासन की नजर अभी तक इन माफियों पर नही पड़ी ये भी अपने आप मे बड़ा सवाल है। आखिरकार किसकी सह पर बैखोफ होकर ये खनन करते है। क्या अवैध रूप से हो रहे खनन की प्रशासन को जानकारी नही है , जानकारी है ,तो कार्यवाही क्यों नही हो रही है।
सूत्रों के माने तो 50 – 50 किलोमीटर दूर तक रेत- बजरी परिवहन किया जाता है। लेकिन प्रशासन की नजर से कैसे बच जाते खनन माफिया ये भी प्रशासन की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े होते है।