Ad
Ad

कुमाऊं में क्राइम अलर्ट: 5 महीने में 2362 केस। लूट-रेप में बड़ा उछाल

काशीपुर, 1 जुलाई 2025।
उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में वर्ष 2025 के पहले पांच महीनों में आपराधिक मामलों में चिंताजनक बढ़ोतरी देखी गई है। सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2024 की समान अवधि की तुलना में 2025 में अपराधों की संख्या में इजाफा हुआ है। 2024 में जहां 2176 मामले दर्ज हुए थे, वहीं 2025 में यह संख्या बढ़कर 2362 हो गई है।

गंभीर अपराधों में भी तेजी से वृद्धि
पुलिस महानिरीक्षक, कुमाऊं क्षेत्र नैनीताल के लोक सूचना अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार, डकैती, लूट, अपहरण, बलात्कार जैसे गंभीर अपराधों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है।

वर्ष 2025 (जनवरी से मई) में दर्ज मामलों का विवरण:

  • डकैती: 5 मामले (2024 में 3)
  • लूट: 19 मामले (2024 में 10)
  • स्नैचिंग: 7 मामले (2024 में 2)
  • गृहभेदन: 65 मामले (2024 में 67)
  • वाहन चोरी: 167 मामले (2024 में 180)
  • चोरी: 90 मामले (2024 में 146)
  • हत्या: 27 मामले (2024 में 23)
  • बलवा: 135 मामले (2024 में 103)
  • फिरौती हेतु अपहरण: 2 मामले (2024 में शून्य)
  • महिला अपहरण: 53 मामले (2024 में 34)
  • बलात्कार: 170 मामले (2024 में 142)
  • अन्य आईपीसी अपराध: 1610 मामले (2024 में 1452)

अपराधों की जांच और गिरफ्तारी में कमी
2362 दर्ज मामलों में से अब तक केवल 1876 का अनावरण किया गया है, जिनमें से केवल 573 मामलों में आरोपपत्र दाखिल किया गया है। 187 मामलों को अंतिम रिपोर्ट लगाकर बंद कर दिया गया है, जबकि 1569 मामलों की जांच अभी जारी है।

गिरफ्तारी का हाल:
कुल 4265 अभियुक्तों में से:

  • 268 निर्दोष पाए गए
  • 1049 को नोटिस देकर जांच की जा रही है
  • 924 अभियुक्त गिरफ्तार किए जा चुके हैं
  • 1840 अभियुक्तों की गिरफ्तारी अभी शेष है
  • 55 अभियुक्तों ने गिरफ्तारी पर स्टे लिया हुआ है

लूटी गई संपत्ति और बरामदगी
जनवरी से मई 2025 तक कुमाऊं क्षेत्र में ₹3.62 करोड़ मूल्य की संपत्ति लूटी/चोरी गई, जिसमें से ₹1.79 करोड़ (लगभग 49%) की संपत्ति बरामद कर ली गई है।

सूचना मांगने वाले आरटीआई कार्यकर्ता का बयान
आरटीआई कार्यकर्ता और अधिवक्ता नदीम उद्दीन ने पुलिस से इन आंकड़ों की जानकारी मांगी थी। उन्होंने बढ़ते अपराधों और लंबित गिरफ्तारियों पर चिंता व्यक्त करते हुए शासन से अपराध नियंत्रण के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की है।

- Advertisment -

Related Posts