इंद्रजीत असवाल पौड़ी गढ़वाल
प्रदेश में पलायन का दंश झेल रहा पौड़ी जिले में बन्जर खेतो में बिना हल लगाए जमकर पहाड़ी दालों का उत्पादन हो रहा है। मगर सरकार को इसका अभी तक ज्ञान नही है। वही दूसरी ओर मुनाफा खोर जमकर लूट खसोट कर रहे हैं।
जी हां ये हम नही कह रहे हैं ये तहसील लैंसडाउन के गुमखाल बाजार में पहाड़ी उत्पादन बेचने वाले दुकानदार चिल्ला चिल्ला कर कह रहे हैं कि पहाड़ी दाल ले लो , पहाड़ी दाल ले लो ।
मगर साहब अब समझ से परे है कि इन बन्जर खेतो में पहाड़ी दाल कब से उगने लगी है।
चलो अब हम आपको विस्तार से समझाते हैं कि ये पहाड़ी दाल नही साहब ये सहारनपुर-बिजनौर की सड़ी गली दाल है जो कि पहाड़ के नाम पर पहाड़ियों को ही दुगने दाम पर बेची जाती है।
वही प्रवासी पहाड़ी बड़े शौक से इस दाल को दुगुने दाम पर खरीदकर बड़ा गर्व महसूस करते हैं, जबकि प्रवासियों को पता है कि पहाड़ो में सारी भूमि बन्जर है फिर ये दाल कहाँ से पहाड़ी हो गई।
वही दूसरी और प्रशासन इन मुनाफा खोरो पर कार्यवाही करने से बचता रहता है।इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि प्रशासन की मिलीभगत से मुनाफाखोर लोगो को ठगकर अच्छी खासी चांदी काट रहे हैं।
आपको बता दें कि एनएच 534 व देवप्रयाग मार्ग पर इस तरह से आम प्रवासियों को जमकर लूटा जा रहा है।