रिपोर्ट—–महेश चन्द्र पन्त
महत्वकांक्षी जनपद के अन्तर्गत निर्धारित सभी मानकों पर जनपद का कम्पोजिट स्कोर शतप्रतिशत करना सुनिश्चित करें। यह निर्देश जिलाधिकारी युर महत्वकांक्षी जनपद के अन्तर्गत निर्धारित सभी मानकों पर जनपद का कम्पोजिट स्कोर शतप्रतिशत करना सुनिश्चित करें। यह निर्देश जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त ने शुक्रवार को जिला कार्यालय सभागार में योजना के अन्तर्गत जनपद में किये जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए दिये।
उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में टीचर्स के सृजित पदों के सापेक्ष रिक्त पदों का डेटा तैयार करते हुए एस्पीरेशनल डिस्ट्रिक्ट के अन्तर्गत टीचर्स की मांग हेतु शासन को डीओ लेटर प्रेषित करना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि स्कूल से टीसी कटाने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों एवं विद्यार्थियों से अन्य स्थान पर प्रवेश लेने की सूचना अवश्य ली जाये। उन्होंने हैल्थ एण्ड न्यूट्रीशन सम्बन्धित कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि गर्भवती महिलाओं का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण हो तथा टीकाकरण के साथ ही विभिन्न प्रकार की जांचे भी समय से हों। जिलाधिकारी जनपद में दो और एफआरयू (पहली रेफरल ईकाईयां) शीघ्रता से स्थापित करने हेतु कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को शहरों में आंगनबाड़ी केन्द्र भवनों की स्थापना हेतु सम्बन्धित क्षेत्रों के उप जिलाधिकारियों से समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने पोषण, कृषि, जल संसाधन, वित्तीय समावेशन, कौशल विकास और आधारभूत संरचना से सम्बन्धित सभी 49 मानकों पर गहनता से समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि डेल्टा स्कोर चाहे जो भी हो, लेकिन सभी मानकों पर कम्पोजिट स्कोर शतप्रतिशत रहना चाहिए। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि देश में कम्पोजिट स्कोर में उच्च स्थान रखने वाले जिलों से तुलना करते हुए ऐंसी कार्य योजनाऐं तैयार की जायें जिससे जनपद का कम्पोजिट स्कोर सर्वोच्च रहें। उन्होंने कार्यों में गति लाने हेतु प्रति सप्ताह समीक्षा बैठकें आयोजित करने के निर्देश दिये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगाई, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी नफील जीम, जिला पंचायतराज अधिकारी आरसी त्रिपाठी, मुख्य शिक्षा अधिकारी आरसी आर्य, जिला कार्यक्रम अधिकारी उदय प्रताप सिंह, इडीएम जातवेद पाण्डे, अधिशासी अभियंता पेयजल निगम मृदुला सिंह, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ.तपन कुमार शर्मा, जिला सेवायोजन अधिकारी आरके पन्त सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
–जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त ने शुक्रवार को जिला कार्यालय सभागार में योजना के अन्तर्गत जनपद में किये जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए दिये।
उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में टीचर्स के सृजित पदों के सापेक्ष रिक्त पदों का डेटा तैयार करते हुए एस्पीरेशनल डिस्ट्रिक्ट के अन्तर्गत टीचर्स की मांग हेतु शासन को डीओ लेटर प्रेषित करना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि स्कूल से टीसी कटाने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों एवं विद्यार्थियों से अन्य स्थान पर प्रवेश लेने की सूचना अवश्य ली जाये। उन्होंने हैल्थ एण्ड न्यूट्रीशन सम्बन्धित कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि गर्भवती महिलाओं का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण हो तथा टीकाकरण के साथ ही विभिन्न प्रकार की जांचे भी समय से हों। जिलाधिकारी जनपद में दो और एफआरयू (पहली रेफरल ईकाईयां) शीघ्रता से स्थापित करने हेतु कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को शहरों में आंगनबाड़ी केन्द्र भवनों की स्थापना हेतु सम्बन्धित क्षेत्रों के उप जिलाधिकारियों से समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने पोषण, कृषि, जल संसाधन, वित्तीय समावेशन, कौशल विकास और आधारभूत संरचना से सम्बन्धित सभी 49 मानकों पर गहनता से समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि डेल्टा स्कोर चाहे जो भी हो, लेकिन सभी मानकों पर कम्पोजिट स्कोर शतप्रतिशत रहना चाहिए। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि देश में कम्पोजिट स्कोर में उच्च स्थान रखने वाले जिलों से तुलना करते हुए ऐंसी कार्य योजनाऐं तैयार की जायें जिससे जनपद का कम्पोजिट स्कोर सर्वोच्च रहें। उन्होंने कार्यों में गति लाने हेतु प्रति सप्ताह समीक्षा बैठकें आयोजित करने के निर्देश दिये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगाई, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी नफील जीम, जिला पंचायतराज अधिकारी आरसी त्रिपाठी, मुख्य शिक्षा अधिकारी आरसी आर्य, जिला कार्यक्रम अधिकारी उदय प्रताप सिंह, इडीएम जातवेद पाण्डे, अधिशासी अभियंता पेयजल निगम मृदुला सिंह, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ.तपन कुमार शर्मा, जिला सेवायोजन अधिकारी आरके पन्त सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।