अनुज नेगी
कोटद्वार। लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार सबसे भ्रष्ट कह जाने वाली रेंज में कुछ न कुछ गोलमाल होता रहता है। यह रेंज हमेशा से ही भ्रष्टाचार के लिए सुर्खियों में बनी रहती है।
ताजा मामला कोटद्वार रेंज के मालन बीट का जहां अधिकारियों और वन कर्मियों की मिलीभगत से हरे पेड़ों पर लकड़ी माफियाओं ने कुल्हाड़ी चला दी। लकड़ी माफियाओं ने कई मोटे और बारीक हरे पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलाकर उन्हें खुर्दपुर कर दिया।
लेकिन मालन बीट में तैनात फॉरेस्टर और फॉरेस्ट गार्ड को इसकी जरा भी भनक तक नही लग,आखिर भनक भी लगे कैसे क्षेत्र वीट के अधिकारी व कर्मचारी खनन माफियाओं के टेक्टर गिनती में लगे रहते हैं।
बातादें कि फरवरी माह में कोटद्वार रेज के कण्वाश्रम बीट के ईडा मल्ला-तल्ला में भारी मात्रा में अवैध पातन का मामला प्रकाश में आया था। तब तत्कालीन डीएफओ ने बीट में तैनात फॉरेस्टर और फॉरेस्ट गार्ड को सस्पेंड कर दिया था।
वहीं सूत्रों की माने तो मालन नदी में तैनात फॉरेस्ट गार्ड इन दिनों मालन नदी में खनन माफियाओं के साथ चांदी काटने में व्यस्त है। वही लकड़ी माफिया सागौन के हरे पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलाने में मस्त हैं। मगर जिम्मेदार अधिकारी खनन माफियाओं के साथ दावत उड़ाने में व्यस्त है।
वही ऐसे ही एक मामले पर सोमवार को प्रभागीय वन अधिकारी ने मालन बीट में तैनात एक फॉरेस्ट गार्ड को मालन नदी में खनन माफियाओं के साथ की एवज में अटैच कर दिया है। लेकिन उसके बाद भी कोटद्वार रेंज में तैनात कर्मचारी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं।
अब देखने वाली बात यह होगी कि आखिर कोटद्वार रेंज की मालन बीट में कटे सागौन के पेड़ों में किन-किन कर्मचारियों पर गाज गिरती है यह तो आने वाला समय ही बताएगा।