अनुज नेगी
देहरादून।प्रदेश की धाकड़ धामी सरकार में अब सरकार के ही विधायक सरकारी कर्मचारियों पर अपनी दादागिरी दिखा कर उनका शोषण , उत्पीड़न कर रहे है।
ताजा मामला जनपद पौड़ी गढ़वाल के निर्माण खण्ड लोक निर्माण विभाग दुगड्डा का है। जहा पर निर्माण खण्ड लोनिवि दुगड्डा के अभियंताओं ने यमकेश्वर से भाजपा विधायक रेनू बिष्ट व उनके पुत्र पर निर्माण कार्यो की जाँच के नाम पर उनका शोषण व
उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए अधीक्षण अभियंता 12वां वृत्त पौड़ी को लिखत शिकायत दी गई है।
जिसमे अभियन्ताओं ने लिखा है कि वितीय वर्ष 2023-24 समाप्ति की ओर है, व लोक सभा चुनाव हेतु किसी भी समय आचार सहिंता प्रभावी हो सकती है। ओर नवीनीकरण के कार्य गतिमान है,जिन्हें मार्च 2024 से पूर्व में पूर्ण किया जाना है।
जिसमे वितीय वर्ष के अंतिम माह व कार्य जे इस चरम समय मे माननीय विधायक यमकेश्वर द्वारा कार्यस्थलों के भौतिक सत्यापन हेतु खण्ड के अभियंताओ को निर्देशित किया गया है।यद्द्पि खण्डिय अभियंता भौतिक जांच के लिये सहर्ष तैयार है,किंतु जिस मानसिकता के साथ वीडियोग्राफी टीम बुलाकर व माननीय विधायक के पुत्र की उपस्थिति में गलत मंशा से यह कृत्य किया जा रहा है,जिससे सभी अभियंता आहत है व उनके मनोबल पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।
वही विधायक द्वारा बार बार निर्माण कार्यो का भौतिक सत्यापन कराया जाता है,जिसके कारण अभियंताओ का मानसिक उत्तपीड़न किया जा रहा है।जिससे संघ के सभी सदस्यों में भारी रोष है,वही यमकेश्वर विधानसभा में कार्य कर पाने के संघ के सभी सदस्य सहज महसूस नही कर पा रहे है।जिसका सीधा सीधा प्रभाव विकास कार्यो की गुणवत्ताओं पर पड़ सकता है,जिसकी जिम्मेदारी विधायक व उनके पुत्र की होगी।
वही संघ के सभी सदस्यों ने यमकेश्वर विधानसभा किसी भी निर्माण कार्य न करने का फ़ैसला लिया है।