टिहरी। उत्तराखंड की राजनीति में मंगलवार को ऐसा नाटकीय मोड़ आया जिसने सभी को चौंका दिया। भाजपा ने पूर्व घोषित प्रत्याशी सोना सजवाण को अचानक बदलते हुए युवा नेत्री इशिता सजवाण को टिहरी जिला पंचायत अध्यक्ष पद का टिकट थमा दिया। नतीजा—इशिता निर्विरोध अध्यक्ष चुनी गईं और भाजपा ने जिले में एक और बड़ी जीत दर्ज कर ली।
नामांकन से लेकर जीत तक, पूरा खेल बदल गया
इशिता सजवाण ने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया था। संख्या बल में उनका पलड़ा पहले से ही सोना सजवाण पर भारी माना जा रहा था। इशिता भले ही निर्दलीय थीं, लेकिन उनका जुड़ाव भाजपा से रहा है।
भाजपा ने स्थिति भांपते हुए 12 अगस्त को नाटकीय तरीके से अपना फैसला बदला और सोना सजवाण की जगह इशिता सजवाण को आधिकारिक प्रत्याशी घोषित कर दिया। टिकट बदलते ही सोना सजवाण ने नामांकन वापस ले लिया और इशिता निर्विरोध अध्यक्ष चुन ली गईं।
टिहरी जिला पंचायत का समीकरण
वर्तमान में टिहरी जिला पंचायत में कांग्रेस समर्थित 14, भाजपा समर्थित 13 और निर्दलीय 18 सदस्य हैं। इनमें से अधिकांश सदस्य इशिता के समर्थन में खड़े हो गए, जिससे उनकी जीत पक्की हो गई।
इशिता के निर्विरोध अध्यक्ष बनने के साथ ही भाजपा ने प्रदेश में 5 जिला पंचायतों पर कब्जा जमा लिया।
ब्लॉक प्रमुख चुनावों में भी भाजपा का दबदबा
मंगलवार को भाजपा के 5 ब्लॉक प्रमुख निर्विरोध निर्वाचित हुए, जबकि सोमवार को 11 ब्लॉक प्रमुख पहले ही निर्विरोध जीत दर्ज कर चुके थे।
दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर बनाई पहचान
दिल्ली विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद इशिता सजवाण ने टिहरी जिले में सामाजिक कार्यों की शुरुआत की। उन्होंने एक संस्था का गठन कर कई जनकल्याणकारी कार्य किए।
राजनीति में अपने पहले ही प्रयास में उन्होंने जिला पंचायत सदस्य के रूप में चंबा ब्लॉक के कोट वार्ड से भारी बहुमत से जीत दर्ज की थी और अब अध्यक्ष पद तक पहुंचकर उन्होंने युवा राजनीति में अपनी दमदार पहचान बना ली है।


