राज्य में मार्च 2023 में बिजली का संकट गहराने की बड़ी संभावनाएं हैंl राज्य में बिजली का संकट देखते हुए केंद्र सरकार ने 28 फरवरी को बैठक बुला ली हैl प्रदेश में आने वाले बिजली के संकट ने प्रदेश सरकार को चिंता में डाल दिया हैl
बिजली के संकट को देखते हुए केंद्र सरकार गैस आधारित ऊर्जा संयंत्र को चलाना चाहती है, जिसके लिए ही इस बैठक को बुलाया गया हैl
उत्तराखंड में भी रूस यूक्रेन युद्ध के बाद से गैस के दाम बढ़ने के चलते काशीपुर के दो संयंत्र बंद पड़ गएl ये दोनों 321 मेगावाट (एक 214 और दूसरा 107 मेगावाट) केसंयंत्र हैं। अगर यह चलते हैं तो राज्य को बिजली से राहत मिल सकती है।
केंद्रीय पूल से मिलने वाली विशेष कोटे की 300 मेगावाट बिजली 12 जनवरी से मिल रही है, उसकी मियाद 28 फरवरी को खत्म हो रही है। राज्य सरकार इस कोटे को बढ़ाने की लगातार मांग कर रही है।12 जनवरी से केंद्र सरकार के कोटे से 300 मेगावाट सस्ती बिजली मिलने के बाद यूपीसीएल को रोजाना तीन से चार मिलियन यूनिट बिजली बाजार से खरीदनी पड़ रही है। 28 फरवरी को केंद्र का कोटा खत्म होने से यूपीसीएल पर बोझ बढ़ जाएगा। नतीजतन बाजार से करीब 10 से 12 मिलियन यूनिट बिजली खरीदनी पड़ेगी। राज्य सरकार इस संकट से उबरने की लगातार कोशिश कर रही हैl
सीएम धामी ने इस संबंध में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री को पत्र भेज चुके हैं और इसी सप्ताह वह ऊर्जा मंत्री से मुलाकात भी कर सकते हैं।