07th दिसंबर, 2021 को नशा मुक्त उत्तराखंड करने के लिए प्रजापिता ब्रह्माकुमारिज ईश्वरीय विश्व विद्यालय, गोपेश्वर गढ़वाल ने “मेरा उत्तराखंड, व्यसन मुक्त उत्तराखंड” अभियान के द्वारा समस्त गढ़वाल के गोपेश्वर क्षेत्र को जागरूक करने हेतु सरकार द्वारा जनहित में पारित Covid-19 के सभी निर्देशों का पालन करते हुए मोबाइल वैन द्वारा प्रोजेक्टर शो से आज हुई सेवााओं का पूरा व्योरा इस प्रकार से है।
- राजकीय पीजी कॉलेज गोपेश्वर में प्राचार्य प्रोफेसर आर. के. गुप्ता , डॉ दर्शन नेगी जी डॉ जे एस नेगी डॉ वंदना लोहानी ने व्यसन मुक्त शिविर में सहयोग दिया व्यसनमुक्ति शिविर में सहयोग देते हुए 300 से अधिक छात्रों एवं शिक्षकों को जागरूक किया।
- ग्राम पाडुली मे व्यसनमुक्ति शिविर में 30 से अधिक माताओं एवं बहनों को जागरूक किया।
- ग्राम थिरपाक में 40 से अधिक ग्राम वासियों को राजयोग प्रशिक्षण और व्यसन मुक्ति के प्रति जागरूक किया गया I
कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए प्राचार्य प्रोफेसर आर.के. गुप्ता ने कहा कि आज के समाज में आधुनिक जीवन शैली के कारण युवा पीढ़ी बुरे व्यसनों में फंसती जा रही है उनका यह शौक उन्हें अंदर से खोखला करता जा रहा है इसलिए युवाओं को चाहिए कि वह कुसंगत से दूर रहे।
उपरोक्त कार्यक्रमों में बी.के. नितीश ने बताया कि आधुनिक समय मैं स्वयं को शरीर मान लेने की गलती से व्यक्ति बाहरी वस्तुओं से अस्थाई शांति तथा आनंद प्राप्त करने का भरसक प्रयास करता है जो कि उसके नियंत्रण से बाहर है और इस प्रकार की बाह्य वस्तुओं को पा लेने के प्रयास में व्यक्ति नशीली दवाओं के चंगुल में फंस जाता है।
राजयोग सीखलाता है कि हम विवेकशील स्वयं प्रकाशवान एवं अमर आत्मा है तथा अपने इंद्रियों की स्वामी है। जब व्यक्ति में यह चेतना आ जाती है तो वह दवाओं पर निर्भर नहीं रहता और व्यसनी नशे की बुरी आदत को छोड़ देता है। राजयोग की शिक्षा से वह नशे के दुष्चक्र से मुक्त हो जाता है।
महाविद्यालय में अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ दर्शन नेगी जी ने नशा मुक्ति कार्यक्रम अभियान से प्रभावित होकर इसकी सराहना की और बताया कि व्यसन की प्रवृत्ति आज दिनों दिन बढ़ती जा रही है और इसे रोकने का उचित माध्यम यह स्वर्णिम भारत रथ ब्रह्माकुमारिज द्वारा की गई एक पहल है जो आने वाले समय में अधिक प्रभावशाली एवं कारगर सिद्ध होगी ।
ब्रह्माकुमारीज की तरफ से इन कार्यक्रमों को सफल बनाने में राजयोगिनी बी. के. किरण बहन, बी के. विनय, बी. के.नीतीश ने सहयोग दिया।