पुरोला।
(नीरज उत्तराखंडी)
हर घर नल से जल योजना निर्माण की धरातलीय हकीकत इस कदर हैं कि सिंचाई विभाग,जल संस्थान व जल निगम ने पुरोला,मोरी व नौगांव विकासखंड के तीन सौ से अधिक गांव में घर-घर तक पाईप लाईन तो बिछा दी पर नलों में पानी कहां से आयेगा क्युंकि स्रोत आज तक न खोजा न बनाया गया। बल्कि 3–4 माह पूर्व बिछाई गई बगैर स्रोत की लाइनें गांव-गांव में शोपीस बनकर रह गये तथा आज भी ग्रामीणों को पुराने पेयजल स्रोतों पर निर्भर रहना पड़ रहा है।
नौगांव प्रखंड के कोटियाल गांव में 1960 में 24 परिवारों के लिए लाईन बिछाई गई,आज 103 परिवार हो गये, वहीं हर घर-जल-नल लाईन को पुरानी पाईप लाईन से जोड़ा गया।
गांव के हरीश नौटियाल,पूर्व प्रधान विजय बंधानी,सुशील राधेश्याम आदि ने बताया कि आबादी बढ़ने से पूरा क्षेत्र पेयजल की समस्या से जूझ रहा हैं।
मोरी के सिदरी व सांवणी गांव में भी हर घर-जल-नल के तहत लाईन तो बिछा दी गई किंतु जिस पुराने स्रोत से लाईन जोड़ी गई व गदेरे के उफान से बह गया,ग्रामिणों को गदेरे से पानी लाना पड़ रहा है।
बरी गांव की प्रधान सुनी देवी,पूर्व प्रधान रोशन भारती प्यारदास एवं सरदार सिंह ने बताया स्रोत तो है नहीं, पाईप लाईन बिछाई पर पानी के लिए लोगों को आधा किमी गांव से दूर जाना पडता है जबकि सैकड़ों पाईप धोला व बरी के रास्तें में गदेरों में छह माह से जंग खा रहे हैं।
ढकाडा कालसी के जयेंद्र लाल व धर्म लाल ने बताया कि गांव में पहले से ही पर्याप्त पानी है किंतु पास ही कालसी तौक में अनुसूचित के 10 परिवारों के लिए पानी की भारी दिक्कत है किंतु हर घर-जल-नल योजना में शामिल नहीं किया गया।
हर घर नल से जल योजना में यमुना घाटी के पुरोला,मोरी नौगांव प्रखंड के तीन सौ से अधिक गांव-तोकों में पेयजल लाईन बिछानें का काम जल संस्थान,जल निगम व सिंचाई विभाग को दिया गया।
कार्यदाई संस्थाओ नें प्रथम चरण में लाइनें बिछाई, जबकि कई गांव में स्वजल योजना की ग्राम पंचायतों को सौंपी गई,पूर्व में बनाई पाईप लाईनों की मरम्मत कर इतिश्री कर दी गई, जो गांव-गांव में शोपीस बनकर सरकार को आईना दिखा रही हैं।
गजब तो तब हो गया जब मोरी सुदूरवर्ती इलाकों के कई गांव में तो हर-घर नल से जल योजना में स्वजल की गावं पंचायत की पुरानी पाईप लाईनों को प्रथमचरण कागजों में पूरा कर दिया है जबकि योजना के पाईप गांव गांव में खेतों की सुरक्षा व गाड गदैरों में पड़े जंग खा रहे हैं।
यमुना घाटी के तीनों प्रखंडों में हर घर नल से जल की धरातलीय स्थिति।
जल संस्थान के पास–135
पुरोला–32
मोरी—25
नौगांव–78
जल निगम के पास–217
पुरोला–45
मोरी–62
नौगांव–110
सिंचाई विभाग के पास–11
पुरोला —-4
मोरी—7
तीनों विकास खंडों में कुल—363 गांव में बिछाई गयी पाईप लाईन।
हर घर नल से जल योजना के प्रथम चरण में घर-घर तक पाईप लाईन बिछानें की योजना है,जबकि द्वितीय चरण में पेयजल स्रोतों-टैंक का निमार्ण किया जाना है।
जल संस्थान ने योजना के तहत मोरी,पुरोला,नौगांव के 135 गांव तोकों में घर-घर लाईन बिछानें का कामपूरा हो गया है।अब द्वितीय चरण में स्रोत व टैंकों का निर्माण किया जाना है,फिलहाल सौ से अधिक गांवों में पुराने स्रोतों से पानी की आपूर्ति की जा रही है।
एसएस रावत सहायक अभियंता
जल संस्थान पुरोला
सिंचाई विभाग की अधिशासी अभियंता मंजू डेनी ने बताया कि हर घर नल से जल मिशन के अंतर्गत प्रथम चरण में पुरोला 4 मोरी में 7 योजनाओं पर घर घर लाईन बिछाने का कार्य चल रहा है,द्वितीय चरण में स्रोतों का सर्वेक्षण व टैंकों का निर्माण व लाईन से जोड़ने का कार्य प्रस्तावित है।
मंजू डेनी अधिशासी अभियंता
सिंचाई विभाग पुरोला