स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड के नैनीताल में पंद्रह हजार किलोमीटर की पैदल और साइकिल यात्रा कर पहुंचे अधेड़ ने कहा कि उन्होंने 45000 किलोमीटर से अधिक दूरी तय कर आम लोगों को नशे के खिलाफ, फौजियों को श्रद्धांजलि और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसा संदेश देकर जागरूक करना है ।
महाराष्ट्र के नागपुर निवासी दिलीप भरत मलिक ने एक सपना बुना । ये सपना था देश का पैदल और साइकिल से चक्कर लगाकर लोगों में पर्यावरण, नशे, कण्य शिक्षा आदि के प्रति जागरूकता फैलाना । दिलीप ने इसी वर्ष 26 जनवरी की सुबह 6 बजे नागपुर से यात्रा शुरू कर कुल 45,711 किलोमीटर साइकिल और पैदल चलकर 31 मार्च 2023 को नागपुर में सम्पन्न करने की शुरुवात की। उन्होंने नागपुर से औरंगाबाद, शिरडी साई बाबा, अहमदनगर, पुणे, मुम्बई, सूरत, जम्मू, वैष्णव देवी, कारगिल, लेह लद्दाख, मनाली, शिमला, श्रीनगर, सोनप्रयाग, बद्रीनाथ, जोशीमठ, हल्द्वानी, बरेली, लखनऊ, गोरखपुर, पटना, सिलीगुड़ी, दार्जिलिंग, भूटान, असम, अरुणालचल, मेघालय, बिलासपुर, कोलकत्ता, नागालैंड, विशाखापट्टनम, दिल्ली, इंदौर, ग्वालियर, अल्लाहाबाद और झांसी होते हुए नागपुर पहुंचने का रास्ता तय किया ।
नैनीताल पहुंच दिलीप ने बताया कि अभी तक वो 45000 किलोमीटर में से 15,000 किलोमीटर साइकिल और पैदल यात्रा कर चुके हैं । उन्होंने अपना मकसद भारत के जवानों को श्रद्धांजलि, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, पर्यावरण बचाओ और नशे के खिलाफ संदेश दिया है । उन्होंने कहा है कि सभी ने देश को जरूरत के समय काम आने के लिए फिट रहना चाहिए । उन्होंने ये भी कहा कि सवेरे उन्होंने नैनीताल में कुछ लड़कियों को नशा करते हुए देखा जो अपने परिवार वालों को धोखा दे रही हैं ।