इंद्रजीत असवाल
पौड़ी गढ़वाल
आपने देखा होगा कि यदि कोई सरकारी प्रोग्राम होता है तो उसमें भीड़ जुटाने के लिए पुलिस व परिवहन विभाग को हायर किया जाता है।
परिवहन विभाग व पुलिस को देखकर आम मोटर मालिक व ड्राइवर दोनों घबरा जाते हैं।
आजकल भी मोटर मालिक दहशत में है। कारण है कि परिवहन विभाग व पुलिस की इंटर सेप्टर द्वारा आने वाले चुनावों के लिए गाड़ियां मुहैया करवाई जा रही है।
जानकारी के अनुसार,परिवहन विभाग जबरदस्ती किसी के भी डोकुमेंट अपने पास रख लेता है और उसे चुनाव ड्यूटी पर जाने के लिए मज़बूर कर देता है।
मोटर मालिको का कहना है कि उनको केवल तेल मिलता है। किराया देने की बात होती है परन्तु मिलता नही।
आज सतपुली में परिवहन विभाग द्वारा गाड़ियों को तेल पहले व किराया बाद में दिया जाता है। किसी का अकाउंट नंबर शायद सही नही होगा तभी किराया नही मिला होगा।