स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड के नैनीताल में भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ फर्जी जाती प्रमाण पत्र संबंधी शिकायत पर सरिता आर्या ने कहा कि उनके पांचवे चुनाव में उनपर फर्जी जाती प्रमाणपत्र का आरोप लगाया जा रहा है ।
उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय ने उनके पक्ष में आदेश दिया था और अब ये अवमानना की परिधि में है ।
नैनीताल के भाजपा कार्यालय में चुनावी तैयारियों के बीच पूर्व विधायक सरिता आर्या ने क्रार्यकर्ताओं के साथ बैठक की । उन्होंने मीडिया को बताया की उनको चुनाव में हराने के लिए दबाव बनाया जा रहा है ।
सरिता आर्या ने कहा है कि उन्होंने चार चुनाव लड़ लिए हैं जिसमे 2008 में नगर पालिका, 2009 में जिला पंचायत, 2012 में विधायक, 2017 में दोबारा विधायक का चुनाव लड़ा था । उन्होंने कहा कि उनपर अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं और अब जब वो 2022 विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा से प्रत्याशी चुनी गई हैं तो उनके जाती प्रमाण पत्र संबंधी शिकायत तहसीलदार और जिलाधिकारी को दी गई है ।
उन्होंने गौलापार के शिकायकर्ता पर राजनीतिक साजिश का शिकार बताते हुए कहा कि इसपर जांच होनी चाहिए । सरिता ने कहा की कांग्रेस में महिलाओं को इस्तेमाल किया जाता है । सरिता पर उठाए गए सवालों पर भाजपा कार्यकर्ता हरीश राणा ने सुप्रीम कोर्ट के नियम बताए ।