उत्तराखंड शासन की उच्च स्तरीय जाँच समिति के उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय पहुचते ही विश्वविद्यालय में हड़कंप मच गया।
खबर पाते ही समिति के पहुचने से पूर्व ही विवादित कुलपति सुनील जोशी,तथाकथित कुलसचिव राजेश अधाना और तथाकथित उपकुलसचिव शैलेन्द्र प्रधान रफूचक्कर हो गए।
उपरोक्त आरोपियों की अनुपस्थिति में आये दिन अपने अजब गजब कारनामों को लेकर विवादित रहे वित्त नियंत्रक एवं विश्विद्यालय के कार्मिकों से लगभग चार घण्टे कड़ी पूछताछ हुई।
पूछताछ के दौरान वित्त नियंत्रक और कार्मिकों ने जांच समिति द्वारा पूछे गए सवालो का जबाब देने से कतराते नजर आये, किसी भी प्रश्न का सीधे उत्तर देना तो दूर कोई भी दस्तावेज भी माँगने पर उपलब्ध नहीं कराया।
वित्त नियंत्रक समेत उपस्थित कर्मचारियों के इस असहयोगनीय बर्ताव से जांच समिति के सदस्यों ने रोष व्यक्त करते हुए कड़ी फटकार लगाई । जाँच समित में शासन के अपर सचिव कार्मिक एसएस वल्दिया अपर सचिव वित्त अमिता जोशी एव आडिट अधिकारी रजत मेहरा रहे मौजूद l