कार्बेट टाइगर रिजर्व की पाखरो रेंज में टाइगर सफारी के लिए काटे जाने वाले पेड़ो की जांच मामले में आईएफएस संजीव चतुर्वेदी ने अपना पल्ला झाड़ लिया है।
दरअसल टाइगर सफारी के लिए काटे जाने पेड़ काटे जाने के मामले को अभी 3 दिन पहले पीसीसीएफ राजीव भरतरी ने मामले की जांच वन अधिकारी संजीव चतुर्वेदी को दी थी।
लेकिन मामले की जांच के मात्र 3 दिन के बाद ही संजीव चतुर्वेदी ने मामले की जांच से अपने हाथ पीछे खींच लिए है।
इसके पीछे वन अधिकारी संजीव चतुर्वेदी का कहना है कि मामले की जांच की जाने से पहले ही उठाए जा रहे तमाम सवालों की वजह से संजीव चतुर्वेदी ने मामले की जांच से इनकार कर दिया है।
जिसमें उन्होंने यह भी कहा है कि विभाग के ही कई उच्च अधिकारियों ने समाचार पत्रों या अन्य माध्यमों से जांच मामले में सवाल खड़े किए हैं।
साथ ही कार्बेट नेशनल पार्क में अवैध निर्माण और कटान के मामले में कई वरिष्ठ आईएफएस अधिकारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
सूत्रों के हवाले से यह भी बताया गया है की अवैध निर्माण और कटान के मामले में कई वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ फाइल तैयार हो चुकी है।
अब सवाल यह उठता है कि आखिर अधिकारी इससे पल्ला क्यों झाड़ रहे हैं और किस वजह से मामला स्पष्ट नहीं हो पा रहा है।