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बदहाली : टपकती टीन शेड के तीन कमरों में चल रहा महाविद्यालय। शिकायत भी रफादफा

पुरोला । 28 दिसम्बर 2023

नीरज उत्तराखंडी 

 आसमान से छूटे खजूर में अटके यह कहावत राजकीय महाविद्यालय मोरी पर चरित्रार्थ होती नजर आ रही है।

कभी संघर्ष एवं जद्दोजहद के बाद वर्ष  2021 में मोरी ब्लाक  में  राजकीय महाविद्यालय तो खुल गया,लेकिन  ढांचागत सुविधा के अभाव में व्यवस्था के तौर पर  ट्राइसेम  के टीनशेड निर्मित तीन भवनों में संचालित  किया जा रहा है ।

 इस बीच सतलुज जल विद्युत निगम ने सीएसआर फंड के अंतर्गत एक अतिरिक्त कक्ष बनवाने के लिए 16 लाख की धनराशि प्रदान की। निर्माण का अनुबंध अवस्थापन खण्ड सिंचाई विभाग उत्तरकाशी से हुआ । लेकिन  विभागीय क्लास वन ठेकेदार की कारगुजारियों के चलते निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है।

  विभागीय ठेकेदार ने अतिरिक्त कक्ष निर्माण में निर्माण मानकों  की अनदेखी कर भवन का निर्माण किया । अनुबंध के मुताबिक भवन 9×12 मीटर का बनाया जाना था जबकि ठेकेदार  ने मनमानी कर 7×9 मीटर मापन  का टीन शैड बना कर अपनी जिम्मेदारी की इतीश्री  कर डाली। 

मामले की जानकारी मिलने पर सामाजिक कार्यकर्ता राज्य आदोलनकारी विपिन चौहान ने मामले की शिकायत  मुख्यमंत्री पोर्टल की। पोर्टल  पर शिकायत के बाद भी विभाग की  नींद नहीं  खुली। 

विद्यालय प्रशासन व पीटीए अध्यक्ष की   शिकायत के बाद आखिर ठेकेदार ने पुनः भवन निर्माण कार्य शुरू किया लेकिन टीन शेड के इस भवन निर्माण में  पुरानी फटी छेदनुमा चादरों का इस्तेमाल कर  अपनी मंशा एक बार पुनः जग जाहिर कर दी। बताते चलें कि मोरी ब्लाक में 

राजकीय महाविद्यालय खुलने से    मोरी ब्लाक के छात्र  छात्राओं  का उच्च  शिक्षा ग्रहण करने  का सपना साकार  हुआ था । लेकिन विभागीय अधिकारियों की अनदेखी व ठेकेदार की मनमानी ने उनके सपनों पर पानी फेर दिया ।

विद्यालय भवनों के अभाव में दो कक्षाएं  ट्राइसेम के टीन शेड में तो एक कक्षा  कड़ाके की ठंड में  खुले में आकाश तले संचालित की जा रही है । 

वही 16.45 लाख की लागत से नव निर्मित टीन में लगी  छेदनुमा पुरानी टीन की चादर कुलर का काम करती है और  बरसात में निर्माण में की गई मानकों की अनदेखी एवं भ्रष्टाचार के आंसू बहाती है।

पीटीए अध्यक्ष जय चंद रावत का कहना है कि 

टीन शेड भवन का निर्माण विगत 2वर्षों से पूर्ण नहीं हो पाया है शेड में  असंख्य छेदनुमा  चादरे  लगाई गई है । ठेकेदार द्वारा यदि  निर्माण में उपयोग की गई चादरे नहीं बदली गई या अंदर से प्लाई नही लगाई तो अभिभावक संघ को आदोलन के लिए  बाध्य होना पड़ेगा ।

आजकल बच्चों की पढ़ाई खुले आसमान के नीचे हो रही है, जिस कारण बच्चों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है जो कि चिंता का विषय बना है जबकि 2 बर्षां से अभी तक टीन शेड  पूर्ण नहीं हो सका ।

नितिन  सिंह बी  ए तृतीय  वर्ष ,रितिक  बी ए तृतीय वर्ष छात्र ,नवोजा   बी ए प्रथम  सेमेस्टर छात्रास,खिन्द्री   बी ए तृतीय सेमेस्टर छात्रा,का कहना है कि  विद्यालय भवन निर्माण में  बर्ती गई लापरवाही का खामियाजा उन्होंने कड़ाके की सर्दी में खुले  आकाश तले बैठक कर पढ़ाई करने को मजबूर हो कर भुगतना पड़ रहा है। टीन शेड में जो चादरे लगाई गई है उसमें छेद ही छेद है जिससे हवा व बरसात का पानी  टपकने से उसमें बैठ कर अध्ययन करना दूभर हो गया है ।

सामाजिक कार्यकर्ता एवं राज्य आदोलनकारी विपिन चौहान का कहना है कि  सीएम पोर्टल पर शिकायत करने पर उनका पक्ष जाने बिना  ही शिकायत का निस्तारण कर दिया गया ।

इस संबंध में ठेकेदार सूर्य प्रकाश नोटियाल से जब उनका पक्ष पूछा गया तो उनका कहना है कि कार्य अनुबंध के मानकों के अनुसार किया गया है ।जो कमी रह गई है उसे पूरा कर लिया जाएगा ।

इस संबंध में जब कार्यदायी विभाग अवस्थापन खण्ड के अधिशासी अभियंता  से  उनका पक्ष जानने के लिए उनके मोबाइल पर संपर्क किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया ।

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