वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा हरिद्वार से भाजपा सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत के आम खा लेने के बहाने एकबार फिर कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति गरमाई हुई है।
कांग्रेस में हरीश रावत के चिर प्रतिद्वंद्वी हरकसिंह रावत ने कांग्रेस के लिए इन आमों को ‘खट्टा’ बताते हुए पार्टी नेता की लानत-सलामत की।
पिछले दिनों हरिद्वार सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने निवास पर एक आम भोज आयोजित किया था। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत इस भोज में शामिल होने के लिए त्रिवेंद्र रावत के घर पहुंचे थे।
हरीश और त्रिवेंद्र ने चुनावी कटुता को एक तरफ रखते हुए एक-दूसरे के प्रति सौहार्द प्रदर्शित करते हुए एक-दूसरे के हाथ से आमों का स्वाद चखा। कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत और हरीश रावत के पूर्व खासमखास रणजीत रावत ने इस पर विरोधी टिप्पणी की थी।
जिसके बाद हरदा ने भी इन ‘कांग्रेसियों’ को करारा जवाब देते हुए कहा, कि आम मैंने खाया और कुछ लोगों को राजनीतिक अपमान का बुखार आ गया। बिना हरक सिंह का नाम लिए हरीश रावत ने कहा कि अगर मैं राजनीति में राजनीतिक सामंजस्य और शिष्टाचार को बढ़ावा नहीं दूंगा, तो इस राज्य में ऐसा व्यक्ति कौन होगा जो यह पहल करेगा?
उन्होंने कहा, ऐसे एक या दो लोग ही हैं जो इस तरह की पहल कर सकते हैं और इसे दोनों पक्षों को करना चाहिए।
राजनीति सिद्धांतों, विचारों और मेहनत का खेल है। मैं उन लोगों से नहीं सीखना चाहता जिन्होंने खुलकर पार्टी के उम्मीदवार के खिलाफ काम करके अपमानित करने का काम किया।
उन्होंने कहा, मैं कांग्रेस की राजनीति में 57 साल से एकाग्रता के साथ खड़ा रहा हूं। जो लोग स्थान बदलने में माहिर हैं, वे आज कहां हैं और कल कहां होंगे,कहा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि अच्छा होगा कि ऐसे लोग कम से कम पार्टी की निष्ठा पर मुझे उपदेश न दें।
इसके बाद कांग्रेस में चली आ रही हरीश बनाम हरक की जुबानी जंग में एक और अध्याय जुड़ गया है।