देवभूमि उत्तराखंड के हरिद्वार में तंत्र-मंत्र के सहारे घर की परेशानियों को दूर करने का झांसा देने वाले ईनामी तांत्रिक को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार ।
तांत्रिक कई और नामों से जाना जाता था और लगभग दो सालों से फरार चल रहा था ,दिल्ली के रिहायशी इलाके में उसका करोड़ों रूपए का फ्लैट है।
मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि वर्ष 2022 में गंगनहर कोतवाली क्षेत्रान्तर्गत रुडकी में एक महिला से तांत्रिक सुलेमान बाबा ने उसके परिवार में किसी परिजन की असमय मृत्यु होने का भय दिखाकर महिला से अमूमन 40 लाख रूपए की ठगी की थी ।
शिकायत मिलने पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी तात्रिक की तलाश शुरू कर दी, उसकी हर जगह तलाश हुई लेकिन वह हाथ नहीं लगा जिसके बाद एसएसपी हरिद्वार ने फरार आरोपी तांत्रिक सुलेमान बाबा पर 15 हजार रूपए का ईनाम घोषित कर दिया, इसके बाद पुलिस ने तांत्रिक सुलेमान बाबा की तलाश तेज कर दी इसी दौरान एसटीएफ को तांत्रिक सुलेमान बाबा के आजाद अपार्टमेन्ट मधुविहार दिल्ली में होने की जानकारी मिली जिसके बाद टीम ने वहां पर दबिश कर आरोपी को मौके से गिरफ्तार कर लिया।
एसएसपी एसटीएफ ने बताया कि वर्ष 2022 में थाना गंगनहर में रहने वाली एक महिला ने सूचना दी थी कि उसके पति की मृत्यु कोरोना बीमारी के कारण मई 2022 में तथा देवर की मृत्यु भी जुलाई 2021 में हार्ट अटैक से हो गयी थी ।
परिवार में दो मौतों से महिला परेशान हो गई थी, महिला ने अक्टूबर 2021 में टीवी में चल रहे इश्तेहार से सुलेमान बाबा उर्फ असरद खान का मोबाईल नम्बर देखा जिसके बाद महिला ने तांत्रिक से बात की तो उसने बताया कि उसके परिवार पर मौत का खतरा मडरा रहा है।
अभी और मौते होनी है जिससे महिला काफी डर गयी थी और उसने इलाज के बहाने तांत्रिक सुलेमान बाबा को करीब 40 लाख रुपये दे दिए।
वहीं पूछताछ में पकड़े गए ईनामी अपराधी सुलेमान बाबा उर्फ अरशद उर्फ इंतजार उर्फ भूरा ने बताया कि वह इस काम को पिछले 15 सालों से कर रहा है इस काम के लिए वह पहले केवल नेटवर्क के जरिये घरेलू परेशानियों पारिवारिक कलह को झाड़-फूंक-तंत्र मंत्र से खत्म करने व वशीकरण आदि करने के लिए अपने तंत्र-मत्र का विज्ञापन दिया जाता है और फिर उससे सम्पर्क करने वालों से भारी मात्रा में रूपए ऐंठ लिए जाते हैं ।
एसएसपी एसटीएफ ने बताया कि आरोपी के खिलाफ ऐसे में पांच मामले पूर्व में भी दर्ज हुए हैं आरोपी ने अपने कई नाम रखे हुए थे जिस कारण से वह आसानी से पकड़ में नहीं आ रहा था।