पर्वतजन
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • टेक
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • टेक
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
No Result
View All Result
पर्वतजन
No Result
View All Result
Home पर्वतजन

 इंदिरा अम्मा भोजनालय के नाम पर लाखों का घोटाला !!

August 21, 2017
in पर्वतजन
ShareShareShare

Advertisement
ADVERTISEMENT
भूपेंद्र कुमार//

15 अगस्त 2015 के दिन घंटाघर शॉपिंग कॉन्पलेक्स से पहले इंदिरा अम्मा भोजनालय की शुरुआत की गई

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा शुरू की गई इंदिरा अम्मा भोजनालय योजना भाजपा के राज में भी बदस्तूर जारी है । इस संवाददाता को सूचना के अधिकार में प्राप्त जानकारी के अनुसार इस योजना के अंतर्गत लगभग एक करोड़ रुपए की अनियमितता सामने आई है।

इंदिरा अम्मा भोजनालय की शुरुआत कांग्रेस सरकार ने गरीबों को सस्ता भोजन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से खोली गई थी । इसके संचालन का जिम्मा महिला स्वयं सहायता समूहों को दिया गया था लेकिन स्वयं सहायता समूह के चयन के लिए न तो कोई प्रक्रिया अपनाई गई और न ही कैंटीनों के निर्माण के लिए कोई टेंडर प्रक्रिया अपनाई गई।
 अकेले देहरादून जनपद में 10 स्वयं सहायता समूह द्वारा इंदिरा अम्मा भोजनालय की शुरुआत की गई । 15 अगस्त 2015 के दिन घंटाघर शॉपिंग कॉन्पलेक्स से पहले इंदिरा अम्मा भोजनालय की शुरुआत की गई थी।  तब से लेकर हरीश रावत के कार्यकाल तक 10 इंदिरा अम्मा भोजनालय खोले गए।
 देहरादून जनपद में एनआरएलएम योजना के अंतर्गत गठित स्वयं सहायता समूहों मेरे द्वारा कैंटीनों का संचालन किया जा रहा है । राज्य सरकार ने प्रति थाली की कीमत ₹30 निर्धारित की है । जिसमें से भोजनकर्ता  से ₹20 लिए जाते हैं तथा  शेष 10 रुपये शासन द्वारा अनुदान अथवा सब्सिडी स्वयं सहायता समूह को प्रदान किए जाने का प्राविधान है। योजना प्रारंभ होने से लेकर जून 2017 तक सिर्फ तीन  इंदिरा अम्मा भोजनालयों  की जानकारी  के अनुसार घंटाघर ट्रांसपोर्ट नगर  और दून हॉस्पिटल स्थित सिर्फ तीन भोजनालयों को 98 लाख 35630 रुपए की धनराशि सब्सिडी के रूप में प्रदान की जा चुकी है। सरकार ने तमाम कैंटीनों के लिए न सिर्फ भवन बना कर दिए बल्कि उपकरण फर्नीचर और अन्य सामान भी कैंटीनों के लिए खरीद करके उपलब्ध कराया।
 यह खरीद एमडीडीए द्वारा की गई थी कैंटीनों के संचालन के लिए कोई टेंडर प्रक्रिया नहीं अपनाए जाने के कारण तथा सब्सिडी देने के लिए कोई पारदर्शी सत्यापन की व्यवस्था न होने के कारण इंदिरा अम्मा कैंटीन में भारी गोलमाल की आशंका है।
 यही नहीं इन कैंटीनों का निर्माण और कैंटीनों में विभिन्न उपकरण फर्नीचर और अन्य सामान की खरीद फरोख्त के लिए क्या प्रक्रिया अपनाई गई इसका जवाब भी जिला ग्राम विकास अभिकरण के पास नहीं है। यह कैंटीन  तत्कालीन सरकार के चहेते लोगों के स्वयं सहायता समूहों को प्रदान की गई थी।इन कैंटीनों को भीड़ भाड़ वाले स्थानो मे खोला गया था । इनके खुलने के बाद इन जगहों पर पहले से चलने वाले ढाबे ठेलियां आदि संचालन करने वालों को अपना धंधा  बंद करना पड़ गया था। यदि वर्तमान सरकार भी इनका संचालन बिना पारदर्शी तरीके से जारी रखती है तो सरकार की छवि को नुकसान पहुंच सकता है। ऐसे में संभावना है कि सरकार इनका नाम बदल कर योजना मे कुछ बदलाव कर सकती है।

Previous Post

मदन-महाराज के बाद निशंक बनाम् चैंपियन

Next Post

काम नहीं नाम के भरोसे डबल इंजन!

Next Post

काम नहीं नाम के भरोसे डबल इंजन!

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *






पर्वतजन पिछले २3 सालों से उत्तराखंड के हर एक बड़े मुद्दे को खबरों के माध्यम से आप तक पहुँचाता आ रहा हैं |  पर्वतजन हर रोज ब्रेकिंग खबरों को सबसे पहले आप तक पहुंचाता हैं | पर्वतजन वो दिखाता हैं जो दूसरे छुपाना चाहते हैं | अपना प्यार और साथ बनाये रखिए |
  • बिग ब्रेकिंग: कैबिनेट के महत्वपूर्ण फैसले ..
  • शानदार पहल: ITI छात्रों को हर महीने मिलेगा 8000 रुपये स्टाइपेंड । जानिए पूरी अपडेट ..
  • बड़ी खबर: खाद्य विभाग में नमक घोटाला। मुकदमा दर्ज, गोदाम सील..
  • बड़ी खबर: डीएम के जब्त की डीएलएम और आरएम की गाड़ियां। वन निगम की लंबित कार्यवाही को लगे पंख ..
  • एक्शन: 1.20 लाख की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार प्रभारी सचिव मंडी समिति ..
  • उत्तराखंड
  • टेक
  • पर्वतजन
  • मौसम
  • वेल्थ
  • सरकारी नौकरी
  • हेल्थ
July 2025
M T W T F S S
 123456
78910111213
14151617181920
21222324252627
28293031  
« Jun    

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • टेक
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

error: Content is protected !!