दून विश्वविद्यालय का पहला दीक्षांत समारोह 30 नवंबर को आयोजित होने जा रहा है, किंतु इसके लिए अपेक्षित गंभीरता के कहीं दर्शन नहीं होते !
उदाहरण के तौर पर जो आमंत्रण पत्र तैयार किया गया है उसमें ही इतनी गंभीर गलतियां हैं कि उसकी हर जगह मजाक उड़ाई जा रही है। इसमें कुल सचिव के हस्ताक्षर से जारी एक नोटिस में केवल छात्रों को ही बुलाया गया है छात्राओं को नहीं !जाहिर है कि अंग्रेजी का अनुवाद तक गंभीरता पूर्वक नहीं किया गया है।
विश्वविद्यालय के ही स्टाफ में यह चर्चा है कि जब कुलसचिव ही अपने हस्ताक्षर से जारी नोटिस को गंभीरता पूर्वक पढ़ने की जहमत नहीं उठा रहे तो फिर इस दीक्षांत समारोह में जरा सी चूक विश्वविद्यालय की छवि पर भारी पड़ सकती है।
दून विश्वविद्यालय में होने जा रहे पहले दीक्षांत समारोह में यूं तो उत्तराखंड की कई गणमान्य हस्तियों को डॉक्टरेट की मानद उपाधियां भी प्रदान की जाएंगी और यह समारोह काफी धूमधाम से मनाए जाने की तैयारी है किंतु इस समारोह के लिए जो पत्र व्यवहार हो रहा है उससे लगता नहीं कि यह दीक्षांत समारोह के प्रति विश्वविद्यालय के कुलसचिव से लेकर अन्य कर्मचारी कुछ गंभीर हैं।
बहर हाल कुलसचिव डॉ एम एस मंद्रवाल ने मीडिया को बताया कि 29 नवंबर को दीक्षांत समारोह की फुल ड्रेस रिहर्सल होगी और समारोह में राज्यपाल सहित मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और उच्च शिक्षा राज्य मंत्री( स्वतंत्र प्रभार) डॉ धन सिंह रावत भी शामिल होंगे।