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खबर का असर: चंपावत डीएफओ मुख्यालय अटैच 

चंपावत के डीएफओ अशोक कुमार गुप्ता द्वारा एक लीसा विक्रेता से रिश्वत मांगने का ऑडियो वायरल होने के बाद मुख्य सचिव एस रामास्वामी ने तत्काल प्रभाव से उन्हें मुख्य वन संरक्षक उत्तराखंड देहरादून के कार्यालय से संबंध करवा दिया है। पर्वतजन न्यूज पोर्टल ने अपने पोर्टल पर डीएफओ अशोक कुमार गुप्ता द्वारा रिश्वत मांगे जाने की खबर को ऑडियो सहित प्रकाशित किया था। इस खबर की आज दिनभर राजधानी में काफी चर्चा रही।  देहरादून से प्रकाशित  क्राइम स्टोरी नामक पत्र के संपादक राजेश शर्मा ने भी 22 सितंबर के अखबार में डीएफओ की कारगुजारियों का खुलासा किया था।

आज प्रमुख वन संरक्षक राजेंद्र कुमार ने आदेश दिया कि प्रशासनिक आधार पर अशोक कुमार गुप्ता को चंपावत से प्रमुख वन संरक्षक उत्तराखंड देहरादून के कार्यालय से संबंध किया जाता है।

उनके स्थान पर उप वन संरक्षक कार्ययोजना  हल्द्वानी के पद पर तैनात जीवन चंद्र जोशी को चार्ज दिया गया है।

जीवन चंद जोशी भारतीय वन सेवा 2005 बैच के अधिकारी हैं।

जीवन चंद जोशी को पिथौरागढ़ वन प्रभाग का भी अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है। पिथौरागढ़ वन प्रभाग के डीएफओ विनय भार्गव मिड कैरियर ट्रेनिंग में प्रतिभाग करने के लिए गए हुए हैं।

गौरतलब है कि अशोक कुमार गुप्ता के खिलाफ पहले भी विभागीय जांच लंबित है । कुछ समय पहले उन्होंने लीसा के टेंडर में एक ठेकेदार एस आर एस के कंपनी द्वारा क्वालीफाई किए जाने के बाद भी उसे काम न देकर दूसरे चहेते ठेकेदार को ठेका दे दिया था जिसका संज्ञान लेते हुए अल्मोड़ा के मुख्य वन संरक्षक ने उनके खिलाफ कार्यवाही करने की चेतावनी भी दी थी।

गुप्ता काफी लंबे समय से विवादों में थे और अपने उच्चाधिकारियों के आदेशों की लगातार अवहेलना कर रहे थे ।

हालिया ऑडियो वायरल होने के बाद से उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

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