दिनेश मानसेरा
हल्द्वानी में आज सीएम के दौरे और कार्यक्रम की जो रूप रेखा बनाई, वह दर्शकों की कमी के कारण धरी की धरी रह गई। सम्मान देने के लिए 15 मिनट का समय, बहुत नाकाफी था और फिर उसके बाद “आपकी राय आपका बजट” कार्यक्रम के लिए समय ही नहीं बचा। सम्मान कार्यक्रम 15 मिनट के बजाय एक घंटा खिंच गया इसके बाद मुख्यमंत्री को रुद्रपुर एक और कार्यक्रम में जाना था और वह निकल गए।
संभवत: मुख्यमंत्री के पास समय बहुत कम था,या वजह जो भी रही हो लेकिन अंततः वह बजट पर वहां मौजूद लोगों की राय लिए बिना चल दिए।
इस तरह से तमाम सरकारी तामझाम के बावजूद यह कार्यक्रम फीका ही रह गया।
सूचना विभाग के तमाम तामझाम इस विशेष आयोजन में सरकार की शानदार छवि बनाने की योजना पर काम करने वाले सलाहकारों की लीडरशिप के बावजूद लाखों रुपये बर्बाद हो गए।
इवेंट टीम ने केनोपी भी खड़ी की, कुर्सी भी साफ सुथरी लगाई गई, माइक भी चेक हुआ। फिर सब कुछ धरा का धरा रह गया।
समारोह में इस बात पर भी सवाल उठाए गए कि वित्त मंत्री के रहते सीएम को बजट में लोगों की राय जाने के लिए किसने राय दे दी, लोगों का कहना था कि ये तो तभी अच्छा लगता है, जब वित्त विभाग भी सीएम के पास हो।
ऐसे कार्यक्रम तभी कामयाब होते हैं, जब पर्याप्त समय दिया जाए। जानकार लोगों से खुलकर बात हो। इस तरह के कार्यक्रम राज्य मे छह जगह किए जाने थे। यहां यह नही हो पाया।