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डोईवाला-मोथरोवाला सड़क मार्ग की उपेक्षा

चंद्रवीर गायत्री

वित्तीय वर्ष २०१७-१८ में एक धेला भी नहीं मिला

वित्तीय वर्ष २०१७-१८ खत्म होने वाला है, लेकिन मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में पडऩे वाले मुख्य मार्ग डोईवाला-मोथरोवाला को एक भी रुपया नहीं मिला। विभाग द्वारा बार-बार शासन को एस्टीमेट भेजने के बाद भी इस मुख्य मार्ग की अनदेखी की गई और इसके लिए बजट के नाम पर कोई धन जारी नहीं किया गया।


यह बात इसलिए और गंभीर हो जाती है कि डोईवाला विधानसभा के विधायक वर्तमान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत हैं। सूबे के मुखिया की विधानसभा क्षेत्र होने के कारण इस मार्ग के लिए मुख्यमंत्री कर्यालय द्वारा कई बार निर्देशित किया जा चुका है। भारतीय जनता पार्टी क मंडल अध्यक्ष श्रवण प्रधान बताते हैं कि यहां आपदा के कार्यों का पैसा तक नहीं मिल पाया है। बड़कली गांव को बचाने वलाी लोक निर्मण विभाग द्वारा सुरक्षा दीवार को भी शासन ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
उल्लेखनीय है कि डोईवाला-मोथरोवाला मार्ग एक एकमात्र ऐसा वैकल्पिक मार्ग है जो देहरादून-डोईवाला (एनएच) बंद होने की स्थिति में एनएच की भूमिका अदा करता है। इस मार्ग से हरिद्वार, टिहरी, उत्तरकाशी, पौड़ी, चमोली, रुद्रप्रयाग, नैनीताल, अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत, ऊधमसिंहनगर व उत्तर प्रदेश का सारा यातायात संचालित किया जाता है। मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में इतने महत्वपूर्ण मार्ग होने के बावजूद डोईवाला-मोथरोवाला मार्ग का खुलकर मखौल उड़ाया जा है। इससे क्षेत्रवासी भी सवाल उठाने लगे हैं कि जब मुख्यमंत्री की विधानसभा की सड़कों की ही अनदेखी हो रही है तो प्रदेश के दूरस्थ व दुर्गम इलाकों की सड़कों का क्या हाल होगा, सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।

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