जब अटक गया सूचना तंत्र
डीएम के साथ अस्सी गंगा के हालत देखने गए सूचना अधिकारी का वाहन फंसा
गिरीश गैरोला
पर्वतजन मे छपी खबर का संज्ञान लेकर अस्सी गंगा घाटी की विषम परिस्थिति को देखने पंहुचे उत्तरकाशी के नए डीएम डॉ आशीष कुमार चौहान।
इलाके हालात इतने खराब निकले कि उनके लाव लश्कर मे शामिल सूचना अधिकारी बद्रीचंद का वाहन ऊबड़-खाबड़ सड़क पर ही दम तोड़ गया। बुधवार सुबह मैकेनिक को लेकर पंहुची रेस्क्यू टीम सूचना वाहन को लेकर वापस मुख्यालय पहुंची। प्राप्त जानकारी के अनुसार सूचना वाहन की एंड राॅड जबाब दे गयी थी।
उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से लगी अस्सी गंगा घाटी के सात गांव दैवी आपदा 2012 -13 के बाद से आधारभूत सुविधाओं से दो चार हो रहे हैं। वर्षों से सड़क मार्ग की मांग कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि लोक निर्माण विभाग से निर्माण कार्य हटा कर पीएमजीएसवाई को सौंपे जाने के बाद सड़क और अधिक बदहाल हो चुकी है।सड़क की खस्ता हाल का प्रमाण पत्र सूचना विभाग के वाहन ने वहां 15 घंटे फंसे रहने के बाद खुद दे ही दिया है।
बदहाल सड़क के चलते क्षेत्र विकास से कोसों दूर है।इलाके मे अच्छी उपजाऊ जमीन होने के बाद भी सड़क मार्ग नहीं होने से काश्तकारों को फसल का अच्छा दाम नहीं मिल पाता है। पैदल मार्ग पर खच्चर से ढुलान के बाद उत्पादन करने वाले किसान को उसका लाभांश नहीं मिल पाता है।
यही कारण है कि घाटी के गांवों से भी अब लोग अपने घर छोड़कर कस्बों और जिला मुख्यालय मे पलायन को मजबूर हो गए है।कुछ दिन पूर्व पाठकों के प्रिय न्यूज़ पोर्टल तथा पत्रिका पर्वत जन द्वारा वर्ष 20102 -13 की आपदा के दौरान टूटे पुलों के निर्माण नहीं होने से पेड़ के सहारे नदी पार कर रहे छात्रों की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की गयी थी। खबर का संज्ञान लेते हुए जिले के नए जिलाधिकारी डॉ आशीष कुमार चौहान ने तत्काल मौके पर जाकर रिपोर्ट तलब की और जिला पंचायत को पुल निर्माण के निर्देश दिये। इलाके मे खस्ता हाल सड़क का अंदाजा इसी बात से लगाय जा सकता है कि डीएम के साथ सूचना संकलन को गये सूचना अधिकारी का वाहन संगम चट्टी सेकु पुल के पास एंड राॅड टूटने के चलते खराब हो गया। टैक्सी चालक सुभाष ने बताया कि बुधवार सुबह 8 बजे जब वह सवारियों को छोड़ने संगमचट्टी जा रहा था, तब मार्ग मे सूचना अधिकारी के खराब वाहन सड़क पर खड़े होने के कारण उन्हे वहीं अपनी सवारी उतारनी पड़ी। इसी दौरान वहां पहाड़ी से पत्थर गिरने लगे जिसमे एक उसकी टैक्सी के बोनट पर और एक गाड़ी के पीछे गिरा और वे बाल बाल बचे।
ग्रामीण सबल सिंह रावत ने बताया कि लोक निर्माण विभाग से पीएमजीएसवाई के पास सड़क के जाने से हालत बद से बद्दतर हो गये है। हालांकि सड़क आने जाने लायक नहीं है फिर भी आसपास के रहने वाले टैक्सी चालक सवारियों को लेने और छोड़ने संगम चट्टी से 4 किमी आगे गाजोली तक जा रहे हैं,किन्तु कब पहाड़ी से कोई पत्थर गिर जाय अथवा कब वाहन का कोई पार्ट जबाब दे जाय कहां मुश्किल है।