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फिर झील मे समाया मजदूर बुझा एक और चूल्हा

लेबर एक्ट मे पंजीकरण नहीं होने की कीमत भुगतने को मजबूर गरीब मजदूरों के परिजन 
एक और मजदूर की चिन्याली झील मे डूबने से मौत 
खाली हाथ मजदूर का परिवार 
गिरीश गैरोला  
उत्तराखंड के जिला उत्तरकाशी के धरासू-जोगत मोटर मार्ग पर रविवार दोपहर तुल्याडा गांव के पास अनियंत्रित होकर झील में गिरी बाइक सहित उसमे सवार युवक के शव को एसडीआरएफ़ और पुलिस ने झील से निकाल लिया है।
रविवार दोपहर  भवन निर्माण व रेत बजरी खनन का काम करने वाले दो श्रमिक युवक देवीसौड़ से तुल्याडा गांव की ओर बाइक से जा रहे थे। (तुल्याडा) गांव से100 मीटर पहले ही बाइक अनियंत्रित हुई और झील में जा गिरी। जिसमें लाल बहादुर मुखिया (30) पुत्र जीतन मुखिया जिला बेतिया बिहार को झील में डूबते हुए बोट संचालक ने बचाया।
 गिरने के दौरान युवक गंभीर घायल हुआ, जबकि दूसरा युवक अजय मुखिया (28) पुत्र राधा मुखिया बिहार निवासी  झील में डूबा। सूचना पर पुलिस,एसडीआरएफ की टीम पहुंची। लेकिन उसके बाद भी झील में डूबे युवक का कोई भी पता नहीं चल पाया। घायल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ में प्राथमिक उपचार देने के बाद उत्तरकाशी रेफर कर दिया था। धरासू थाने के कोतवाल रविंद्र यादव ने बताया कि झील में डूबे युवक की तलाश के लिए गोताखोर बुलाए गए थे।
सोमवार को सुबह 9 बजे खोज अभियान शुरू हुआ था और करीब दो बजे दोपहर दो बजे बाइक मिल जाने के बाद 4 बजे मजदूर का शव बरामद हो गया था।श्रम विभाग मे मजदूरों का पंजीकरण नहीं होने से उसे मुआवजा भी नहीं मिल सकता है। इस तरह एक और मजदूर के घर का चूल्हा बुझ गया है।
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