कुमार दुष्यंत, हरिद्वार//
पचास करोड़ रुपए के किट्टी घपले के मास्टर माइंड सविंदर उर्फ राजन द्वारा पुलिस की तमाम तैयारियों को धता बताते हुए कोर्ट में खुलेआम आत्मसमर्पण करने से तमाम तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। सविंदर की जीआईजी किट्टी में जिन लोगों के पैसे लगे हैं, उन्हें अब यह चिंता सताने लगी है कि यदि सविंदर को ऐसे ही अभयदान मिलता रहा तो कहीं उनका पैसा डूब न जाए!
सविंदर सप्ताह पहले अचानक लापता हो गया था।लेकिन पुलिस ने किट्टी में सहभागी रही उसकी पत्नी गुरप्रीत उर्फ निशी को अगले दिन गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।उसके बाद पुलिस जल्द ही सविंदर को भी पकड़ लेने का दावा करती रही।सविंदर की पत्नी निशी की गिरफ्तारी के अगले ही दिन एक मीडिया व्हाट्स एप ग्रुप में एक संदेश प्रसारित हुआ।जिसमें कहा गया था कि सविंदर को पुलिस ने यमुनानगर से गिरफ्तार कर लिया है।इस संदेश पर विश्वास कर लेने का कारण यह था कि यह संदेश किसी पुलिस कर्मी द्वारा ही सर्कुलेट करना बताया गया।दूसरे, सविंदर के पिता यशपाल के बर्तनों के कारोबार का यमुनानगर से जुड़ा होना था।लेकिन हरिद्वार पुलिस यही कहती रही कि सविंदर की तलाश जारी है।