पर्वतजन
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • टेक
  • वेल्थ
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
  • Web Stories
No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • टेक
  • वेल्थ
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
  • Web Stories
No Result
View All Result
पर्वतजन
No Result
View All Result
Home पर्वतजन

एक हलवा-पूड़ी बंटता है कई बार:हरिद्वार में होता है ये चमत्कार!

October 8, 2017
in पर्वतजन
ShareShareShare

Advertisement
ADVERTISEMENT

कुमार दुष्यंत

हरिद्वार:आप एक हलवा पूड़ी को कितनी बार परोस सकते हैं? स्वभाविक है आपका जवाब होगा एक ही बार।क्योंकि परोसे जाने के बाद तो वह खा ली जाएगी! फिर, दोबारा कैसे परोसी जा सकती है? लेकिन हरिद्वार में गंगा घाटों पर चल रहे लंगरों में यह चमत्कार होता है।जहां एक ही पूड़ी-हलवा घूम-घूम कर बार-बार बंटता रहता है।हरिद्वार के भिखारी और लंगरों के संचालक मिलकर इस ‘चमत्कार’ को संभव बनाते हैं।

 हरिद्वार के बारे में कहा जाता है कि यहां कोई भूखा नहीं मरता! ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि हरिद्वार एक तीर्थनगर है।और यहां आने वाले श्रद्धालु-तीर्थयात्री पुण्यलाभ के लिए गरीबों और भिखारियों को दिनभर भोजन वितरित करते रहते हैं।इस भोजन में हलवा, पूड़ी, दाल-चावल सभी कुछ होता है।
गंगा के घाटों पर प्रतिबंध के बावजूद ऐसे अनेक लंगर व खाने-पीने की दुकानें खुली हुई हैँ।जिन्हें श्रद्धालु भुगतान कर भिक्षुओं को भोजन बंटवाते हैं।इनमें अनेक दुकानें ऐसी हैं। जिनमें सिर्फ दिखावटी भोजन ही बांटा जाता है।अर्थात यह भोजन खाने योग्य नहीं होता।  ज्यादातर ऐसी दुकानों में दिनभर एक ही पूड़ी, हलवा सजा रहता है।यह पूड़ी हलवा एक बार बनाया जाता है और उसके बाद यह दिनभर बार-बार श्रद्धालुओं को बेचा जाता है।लंगर संचालक भिखारियों को श्रद्धालुओं से भोजन के साथ अच्छी दक्षिणा का लालच देकर अपनी दुकानों के आगे रोके रखते हैं।जब दक्षिणा के साथ यह पूड़ी हलवा भिखारियों को बांटा जाता है, तो भिखारी पूड़ी-हलवे से अपनी दक्षिणा निकालकर यात्री से नजर बचाकर हलवा पूड़ी उसी दुकान पर रख देते हैं।जिसे दुकानदार फिर से परात में सजा देता है।और यह पूड़ी हलवा फिर से बिकने के लिए तैयार हो जाता है।और दिनभर इसी तरह कई बार श्रद्धालुओं को बेचा जाता है।इस ‘चमत्कार’ से जहां लंगर चलाने वाले हलवा पूड़ी को बार-बार बेचकर दुगूना-चौगुना मुनाफा कमाते हैँ ।वहीं भिखारियों की भी बार-बार मिलने वाली दक्षिणा से अच्छी खासी कमाई हो जाती है।लेकिन पुण्यलाभ के लिए भोजन बांटने वाला श्रद्धालु ठगा जाता है।
हरिद्वार में हालांकि गंगा किनारे भोजन बांटने पर प्रतिबंध है।गंगा किनारे गंदगी न फैले इसके लिए एनजीटी के भी सख्त निर्देश हैँ।भिक्षावृति निरोधक कानून भी यहां लागू है।लेकिन इसके बावजूद श्रद्धालुओं को ठगने का यह काम यहां दिनभर बेरोकटोक चलता रहता है।

Previous Post

मुख्यमन्त्री के प्रशासनिक ज्ञान पर उठे सवाल

Next Post

रास्ते पर ट्रैकर की हार्ट अटैक से मौत

Next Post

रास्ते पर ट्रैकर की हार्ट अटैक से मौत

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *






पर्वतजन पिछले २3 सालों से उत्तराखंड के हर एक बड़े मुद्दे को खबरों के माध्यम से आप तक पहुँचाता आ रहा हैं |  पर्वतजन हर रोज ब्रेकिंग खबरों को सबसे पहले आप तक पहुंचाता हैं | पर्वतजन वो दिखाता हैं जो दूसरे छुपाना चाहते हैं | अपना प्यार और साथ बनाये रखिए |
  • त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव: नाबालिग छात्रों से फर्जी वोटिंग का आरोप, मतदान निरस्त करने की मांग तेज
  • त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव: हाईकोर्ट में डाली गई अवमानना याचिका। दोहरी वोटर लिस्ट पर उठे सवाल
  • उम्मीद: श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में स्टेज-3 एडवांस कोलन कैंसर की सफल सर्जरी
  • भ्रष्टाचार: अब इस IFS ने कर दिया कॉर्बेट 2 घोटाला।  CBI और ED से जांच की सिफारिश 
  • बड़ी खबर : राशन कार्ड धारक हो जाए सावधान ।25 लाख से ज्यादा राशन कार्ड होंगे रद्द !
  • उत्तराखंड
  • टेक
  • पर्वतजन
  • मौसम
  • वेल्थ
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • हेल्थ
July 2025
M T W T F S S
 123456
78910111213
14151617181920
21222324252627
28293031  
« Jun    

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • टेक
  • वेल्थ
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
  • Web Stories

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

error: Content is protected !!