डीएवी कालेज के प्राचार्य और भाजपा के मीडिया प्रभारी हैं देवेंद्र भसीन
दोहरे पदों के बाद अब दोहरी जिम्मेदारी
छात्रसंघ चुनावों में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की पतली हालत के बाद अब भाजपा ने देहरादून के सबसे बड़े डीएवी कालेज के चुनाव को प्रतिष्ठा का प्रश्न बना दिया है। हालांकि पिछले दस वर्षों से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इस सीट को जीतती आ रही है, किंतु जिस प्रकार ऋषिकेश, एसजीआरआर कालेज देहरादून, एमकेपी कालेज देहरादून, उत्तरकाशी व प्रतापनगर के कई महाविद्यालयों में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की हार हुई है, उसके बाद डीएवी कालेज में हार के बादल मंडराने लगे हैं। आश्चर्यजनक रूप से जो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कल तक उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत, जिन्होंने स्वयं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को सींचने का काम किया है और अब उच्च शिक्षा में बेहतरी के लिए कठोर निर्णय ले रहे हैं, के खिलाफ बयानबाजी शुरू हो गई है।
डीएवी कालेज के निवर्तमान छात्रसंघ अध्यक्ष, जो कि वर्तमान छात्रसंघ अध्यक्ष के चुनाव में अध्यक्ष का चुनाव लड़ रहे शुभम सेमल्टी को जिताने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं, ने बाकायदा प्रेस कर धन सिंह रावत द्वारा उच्च शिक्षा में ड्रैस कोड लागू करने के फैसले का विरोध करने का ऐलान कर दिया है। आनन-फानन में अपने ही मंत्री के खिलाफ एक छात्रसंघ अध्यक्ष द्वारा इस प्रकार की बयानबाजी इस स्तर पर जाकर करना वास्तव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संस्कारों पर भी सवाल खड़े करता है कि अनुशासन की बात करने वाले संगठन को अब ड्रैस कोड से क्या परहेज।
यूं भी देवेंद्र भसीन का भाजपा और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ वर्षों पुराना याराना है। पिछली भाजपा सरकार में डा. भसीन मीडिया सलाहकार समिति के संयोजक रह चुके हैं। धन सिंह रावत के विरोध के साथ-साथ डीएवी कालेज में प्रतिष्ठा की इस लड़ाई के बीच भाजपा के मीडिया प्रभारी और डीएवी कालेज के प्राचार्य देवेंद्र भसीन की क्या भूमिका रहती है, इस पर सभी की निगाहें हैं।