गिरीश गैरोला, उत्तरकाशी//
करोड़ों की मशीन स्थापित होने के बाद हाइ वोल्टेज के चलते नहीं कर पा रही काम।
विद्धुत विभाग ने किए हाथ खड़े
उत्तरकाशी जनपद मुख्यालय मे स्थापित होने जा रही करोड़ों की सीटी स्कैन मशीन ने काम करने की बजाय झटका देना शुरू कर दिया है और ये झटका कोई और नहीं खुद बिजली विभाग ही दे रहा है।
उत्तरकाशी के प्रभारी सीएमएस और वरिष्ठ रेडियोलोजिस्ट डॉ शिव प्रसाद कूडियाल ने बताया कि सीटी स्कैन मशीन लग चुकी है किन्तु इसमे बिजली 400 बोल्ट से अ।धिक आ रही है जिसके कारण यहां मशीन काम ही नहीं कर पा रही है।
इतना ही नहीं इतनी ज्यादा वोल्टेज मे तो जेनेरटर भी नहीं चल पा रहा है। लिहाजा करोड़ों की मशीन फिलहाल शो पीस बनी हुई है। उन्होने कहा कि हाइ वोल्टेज के अलावा मशीन मे अन्य कोई दिक्कत फिलहाल नहीं है।
बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता गौरव सकलानी ने बताया कि संभवतया 11000 वोल्टेज की लाइन मे लगे डेढ़ एमवीए के ट्रान्सफर को बढ़ा कर 3 एमवीए करने से समस्या का समाधान हो जाय। उन्होने बताया कि ये काम भी जल विद्धुत निगम उत्पादन खंड को ही करना होगा।तब तक अस्पताल प्रबंधन को अपने मशीन को हाइ वोल्टेज से बचाने के लिए खुद स्टेबलाईजर की व्यवस्था करनी होगी , किन्तु केवल अस्पताल मे ही सीटी स्कैन कक्ष मे ही इतनी हाइ वोल्टेज क्यों आ रही है, इसका जबाब अधिकारियों के पास भी नहीं है।
वर्ष 2012 मे तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा की घोषणा पर सीटी स्कैन मशीन स्वीकृत हुई थी। तब से लेकर अब जाकर मशीन की खरीद हो पाई है।
32 किलोवाट के संयोजन के लिए बिजली विभाग ने ढाई लाख रुपये जमा करवाए। किन्तु विद्धुत संयोजन के बाद भी मरीजों को इसका फायदा नहीं मिल पा रहा है। इस समय डॉक्टरों की अच्छी टीम जिला अस्पताल मे तैनात है। लिहाजा आपदाग्रस्त जनपद उत्तरकाशी के लिए यह मशीन वरदान साबित हो सकती थी किन्तु ऐन वक्त पर बिजली ने झटका दे दिया।