हरिद्वार।कुमार दुष्यंत
अखाड़ा परिषद् के देशभर से संत जुटेंगे आज हरिद्वार में ।अपने प्रवक्ता की खोज के लिए कर सकते हैं कोई बड़ा ऐलान!
राष्ट्रीय अखाड़ा परिषद् के संत आज हरिद्वार में जुट रहे हैं।संत यहां एक पखवाड़े पूर्व लापता हुए महंत मोहनदास का अबतक कुछ पता न लग पाने को लेकर मंत्रणा करेंगे।संत को खोज पाने में अबतक विफल रहे पुलिस प्रशासन के खिलाफ भी संत जा सकते हैं।आज मोहनदास की गुमशुदगी का मामला सीबीआई को सौंपने पर भी निर्णय लिया जा सकता है।

हरिद्वार के प्रतिष्ठित बडे़ अखाड़े के कोठारी व संतों के राष्ट्रीय संगठन अखाड़ा परिषद् के प्रवक्ता महंत मोहनदास पंद्रह सितंबर की रात मुंबई जाते हुए लापता हो गये थे।तब से उनका कुछ पता नहीं है।उनकी खोज में लगी सीआईयू व दो राज्यों की एसटीएफ का अबतक का नतीजा सिफर है।मुख्यमंत्री के आदेश के बाद सप्ताह भर पूर्व गठित स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम के हाथ भी खाली हैं ।मुख्यमंत्री संतों को महंत मोहनदास को ढूँढने में कोई कोर-कसर न रखने के लिए आश्वस्त कर गये हैं।नगर विकास मंत्री शहर में होने पर नियमित संतों से इस विषय पर मंत्रणा करते हैं।डीआईजी, एडीजी अखाड़े पहुंचकर संतों से पुलिसिया जांच पर भरोसा रखने का निवेदन कर गये हैं।हरिद्वार के कप्तान कृष्णकुमार वीके रोज बड़ा अखाड़ा पहुंचकर हाजिरी बजाते हैं।लेकिन महंत मोहनदास को लेकर संत जिस शुभ सूचना की प्रतिक्षा कर रहे हैं।वह उन्हें अबतक नहीं मिली।इसके दृष्टिगत बडे़ अखाड़े में आयोजित की जा रही अखाड़ा परिषद् की यह बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
संत मोहनदास की गुमशुदगी पर अपने आक्रोश को धरना-प्रदर्शन व पैदल मार्च के रुप में प्रकट कर चुके हैं।सप्ताह भर पूर्व संत इस मामले को पुलिस से लेकर सीबीआई को सोंपने का मन बना चुके थे।लेकिन जब मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने बड़ा अखाड़ा पहुंचकर मामला सीबीआई को सौंपने पर अपनी सहमति जताई तो संतों के सुर एकाएक बदल गये थे।माना गया कि स्थानीय संतों के दबाव में संत अपनी इस मांग से पलट गये।अब जब आज देशभर के संत बडे़ अखाड़े में जुटेंगे तो अनुमान यही है कि यह मामला अब सीबीआई को सौंपने का निर्णय लिया जा सकता है।अखाड़ा परिषद् के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी पहले ही पुलिस की अबतक की प्रगति पर नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं।

राष्ट्रीय अखाड़ा परिषद् की हो रही आज की बैठक पर देशभर के संतों की निगाह लगी हुई है।यह जानना रोचक व महत्वपूर्ण रहेगा कि अखाड़ा परिषद् अपने गुमशुदा संत के लिए आज क्या निर्णय लेती है।उल्लेखनीय है कि अखाड़ा परिषद् की बैठक यदा-कदा अथवा विशेष मौकों पर ही आहूत होती हैं।इससे पूर्व प्रयाग में हुई बैठक फर्जी संतों की सूची जारी करने को लेकर खासा चर्चित रही थी।संतों को अभी ऐसी एक ओर सूची जारी करनी है।आज की बैठक में इसकी रुपरेखा भी तैयार हो सकती है।