मंजू राणा
श्रीनगर। कोरोना वायरस से लड़ने के लिए आम जनता भी बड़ा दिल दिखाते हुए बढ़-चढ़कर भाग ले रही है। ऐसे ही श्रीकोट की एक महिला के बेटे की जब पहली तनख्वाह मिली तो उन्होंने इस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए उसे कोरोना की रोकथाम एवं बचाव के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में दान कर दी है। उनके इस महादान का श्रीनगर गढ़वाल समेत प्रदेश भर में खूब वाहवाही हो रही है और वाकई ऐसे दानवीर समस्त प्रदेशवासियों की सराहना के हक़दार हैं।
बताते चलें कि श्रीकोट निवासी अनिता गैरोला ने अपने बेटे की पहली तनख्वाह मुख्यंमंत्री राहत कोष में दान की है। उन्होंने बताया कि उनका बेटा अमन गैरोला 2013 में एनडीए में निकला था और अभी चाइना बार्डर पर आसाम में तैनात है। बेटे ने अपनी पहली सैलरी 50 हजार अपनी माॅ के खाते में डाले थे, जिसे अनिता गैरोला ने खर्च नहीं किया, लेकिन कोरोना महामारी के इस दौर में उन्होंने यह पैसे उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ धन सिंह रावत के माध्यम से मुख्यमंत्री राहत कोष में दान किये। अनिता गैरोला का कहना है कि इस संकट की घड़़ी में हर किसी को मदद के लिए हाथ आगे बढाना चाहिए।
इसके अलावा श्रीनगर में भी कई और लोगों ने भी मदद के लिए हाथ बढ़ाये हैं।