टिहरी: डोबरा चांठी ब्रिज के उद्घाटन पर फिर मंडराये काले बादल पुल पर बिछे मास्टिक के जोड़ खुले
प्रदीप भारतीय
टिहरी: टिहरी डेम के बनने के बाद मुख्यालय से अलग थलग हुए कई दुशवारियाँ झेल रहे प्रताप नगर क्षेत्र का वनवास है कि खत्म होने का नाम ही नहीं हो रहा है।
पूरे 15 साल के लंबे इंतजार के बाद तैयार हुए प्रताप नगर क्षेत्र की लाईफ लाईन कहे जाने वाले टिहरी झील के ऊपर बने देश के सबसे लंबे सिंगल लेन डोबरा चांठी ब्रीज सस्पेंशन ब्रिज पर टेस्टिंग के दौरान ऊपर बिछे मास्टिक के जोड़ खुलने लगे है।
मास्टिक के जोड़ खुलना निर्माण दाई गुप्ता कंपनी पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है
डोबरा चांठी पुल का निर्माण 2005 में शुरू किया गया था तब से अब तक विभिन्न सरकारों के भ्रष्टाचार के नित नये अध्याय लिखता यह पूल आखिरकार अब जाकर तैयार हुआ है, जिसमें छुटपुट काम के साथ एक महीने की टेस्टिंग शुरू हुई थी जिस दौरान ऊपर बिछी मास्टिक के जोड़ खुलने से मास्टिक बिछाने वाली कंपनी पर सवाल खड़े होने लगे हैं।
मास्टिक एक लचीला पेवमेंट होता है और यह साधारण परिस्थितियों में क्रैक नहीं होता। किंतु बिना ट्रैफिक के ही इसके क्रेक होने और जोड़ खुलने से भविष्य के लिए भी गंभीर स्थितियां पैदा हो सकती हैं।
उधर डोबरा चांठी पुल के लोनिवि के अधिशासी अभियंता एस मख्लोगा का इस बारे में कहना ही कि गुप्ता कंपनी को निर्देश दे दिए हैं कि वह तत्काल मास्टिक के जो जॉइंट खुले है उनकी सीलिंग प्रॉपर तरीके से ठीक करें, और साथ ही निर्देश दिए है कि पुरानी पट्टी हटाकर नई पट्टी लगाए जिससे जॉइन्ट की सीलिंग सही से हो, अब जाहिर है कि इसको ठीक करने में ओर समय लगेगा।
यहाँ पर आपको बताते चलें कि अभी तक इस पुल का उद्घाटन सितंबर में एक महीने की टेस्टिंग के बादअक्टूबर महीने में प्रधानमंत्री मोदी के हाथों होने की संभावना थी परंतु अब पुल के ऊपर बिछी मास्टिक के जोड़ के खुलने से इसको ठीक करने में और समय लगेगा जिससे पुल का उद्घाटन होने में अब और समय का इंतजार करना पड़ सकता है।
जानकारी के लिए बता दें कि बता दें कि डोबरा-चांटी पुल भारत का सबसे लंबा सिंगल लेन सस्पेंशन ब्रिज है।
इसकी कुल लंबाई 725 मीटर है। जिसमें 440 मीटर सस्पेंशन ब्रिज हैं तथा 260 मीटर आरसीसी डोबरा साइड एवं 25 मीटर स्टील गार्डर चांटी साइड है। पुल की कुल चौड़ाई सात मीटर है, जिसमें मोटर मार्ग की चौड़ाई 5.50 मीटर है, जबकि फुटपाथ की चौड़ाई 0.75 मीटर है। फुटपाथ पुल के दोनों ओर बनाया जा रहा है। इसके बनने से प्रतापनगर की 3 लाख से अधिक आबादी को आने जाने का लाभ मिलेगा।