कहीं एक रुपये में पानी का कनेक्शन, कहीं बूंद-बूंद पानी को तरसती जनता। सरकार के दावे हुए हवा हवाई
रिपोर्ट- कमल जगाती
नैनीताल। उत्तराखंड के नैनीताल में झील पानी से लबालब है। लेकिन आधी आबादी आज भी पानी की बूंद-बूंद को प्यासी है। जल संस्थान का दावा है कि जल्द पेयजल आपूर्ति सुचारू की जाएगी। विश्व विख्यात पर्यटन नगरी का एक घना आबादी क्षेत्र इनदिनों पानी की भारी किल्लत से
जूझ रहा है। यहां पिछले चार दिनों से पेयजल के नल सूख चुके हैं। बच्चे बूढे और जवान पानी की एक-एक बूंद के लिए घंटों लाइन में लगकर बाल्टियां और जैरेकिन ले जा रहे हैं। जिला परिषद से सीआरएसटी स्कूल को जोड़ने वाली सड़क के निचले हिस्से में पानी आ रहा है जबकि घनी आबादी वाले ऊपरी हिस्से में पिछले चार दिनों से पानी सप्लाई ठप है।
आपको बता दें कि इस ब्रिटिशकालीन शहर में पहले बेहतरीन पेयजल व्यवस्था हुआ करती थी, जिसे श्रतिग्रस्त बताकर एशियन डेवलपमेंट बैंक(ए.डी.बी.)की पेयजल शाखा ने नई लाइन बिछाकर बदल दिया। अब ये लाइन दिन में दो बार दो घण्टे की रोस्टर व्यवस्था के बावजूद अक्सर टूटते रहती है। इस लाइन के लगने से पहले शहर में 12 एमएलडी पेयजल सप्लाई की जाती थी, लेकिन झील में कम पानी का हवाला देकर विभाग ने इसे अब केवल 8 एम.एल.डी.कर दिया है।
सप्लाई का पाइप स्प्रिंग कॉटेज के समीप दो जगहों में श्रतिग्रस्त होने के कारण चार्टन लॉज से लेकर ज़ू तक सारे क्षेत्र में पानी बिल्कुल नहीं आ रहा है। इसमें बी.डी.पाण्डे अस्पताल के पीछे का क्षेत्र, पॉप्युलर कंपाउंड, राजमहल होटल, डफन लॉज, देवी लॉज, कुमाऊं लॉज, रामजे अस्पताल, स्टोन ले, मे-विला, मैलरोज कंपाउंड आदि क्षेत्रों में पिछले चार दिनों से पानी की एक बूंद भी सप्लाई नहीं हुई है। लोगों ने पेयजल संकट पर अपनी नाराजगी जताई तो पेयजल विभाग ने जल्द इसका समाधान करने की बात कही है।