यूँ तो पेयजल निगम में अपने ही कर्मचारियों को वेतन देने के लाले पड़े हुए हैं
ऐसे में पेय जल निगम अजब गजब कारनामे कर रहा है | जिसे लेकर अब पेयजल निगम के कर्मचारी धरना प्रदर्शन कर रहे है |
श्री अमर ज्योति प्रकाश डोबरियाल,सेवानिवृत्त अधिशासी अभियन्ता (प्रभारी महाप्रबंधक गढ़वाल) अधिकारी को नई टेक्निकल सलाहकार का पद निकाल कर एमडी का सलाहकार नियुक्त कर दिया है| जिसका वेतन डेढ़ लाख रखा गया है ।पर निगम का हाल यह है की विगत 4 महीनों से अभी तक कर्मचारियों की तनख़्वाह अधर में लटकी पड़ी है|
ज्ञात हो की ख़ुद सरकार ने कुछ समय पहले सलाहकार और टेक्निकल पोस्ट ख़त्म करने के दिशा निर्देश जारी किए थे,और कई सलाहकार और टेक्निकल की अनावश्यक व अनुपयोगी पद भी हटाए थे ।
जहां सरकार खुद अनावश्यक पद हटा रही है, कर्मचरियो के डीए खर्चे प्रबंधन और प्रशासनिक ख़र्चों में कटोती कर रही है| उसके उलट पेयजल निगम के रिटायर अधिकारी को नया पद उत्पन कर डेढ़ लाख के वेतन पर रखना पेयजल निगम की कार्यशैली पर बड़ा प्रश्नचिन्ह खड़ा करती है|
ग़ौरतलब हो कि पेयजल निगम के एमडी ख़ुद एक टेक्निकल पोस्ट होती है, ऐसे मे अपने अंतर्गत एक नया पद बना कर सरकार के दिशा निर्देशों को ठेंगा दिखाना जैसा प्रतीत होता है।
क्या कहा पेयजल एमडी ने :
इस बारे में पेयजल एमडी से बातचीत की गयी, जिसमें वो इसपर लीपापोती करते नजर आये|जब इस बारे में उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा की वेतन की समस्या तो काफी पुरानी है,जो चलती ही आ रही है|
आगे उन्होंने कहा, की नियुक्त अधिकारी काफी अनुभवी है,जो बड़े कामो में हमारे काफी काम आयेगे| जब उनसे पूछा गया की क्या अपने फायदे को देखकर उन्होंने इसा किया है,तो इस को लेकर उन्होंने साफ किया की उनकी नियुक्ति सरकार द्वारा की गयी है|