उत्तराखंड क्रांति दल के केन्द्रीय महामंत्री सुशील उनियाल का धरना चौथे दिन भी जारी रहा । केन्द्रीय महामंत्री सुशील उनियाल धामी सरकार को उन्हीं का पत्र की याद दिलाने के लिए धरने पर बैठे है।
2001-2002 के बाद में भर्ती पुलिस कर्मियों को 20 वर्ष पूरे होने के उपरांत भी शीघ्र 4600 ग्रेड दिए जाने के साथ-साथ भविष्य में रिटायर होंने वाले पुलिस कर्मियों को पेंशन एवम सप्ताह में एक दिन की छुट्टी देने की मांग भी की ,ताकि पुलिस कर्मी भी सप्ताह में एक दिन अपने परिवार के साथ आराम से रह सके।
उक्रांद के केंद्रीय महामंत्री सुशील उनियाल ने कहा कि, इस कोरोना बीमारी की दूसरी लहर में पुलिस कर्मी प्रथम पंक्ति के कोरोना वारियर्स के रूप में प्रदेश की आम जनता की सेवा कर रहे हैं मगर पुलिसकर्मियों की मांगों एवम आवश्यकताओं पर धामी सरकार द्वारा कोई विचार नहीं किया जा रहा है। बल्कि ग्रेड पे को लटकाने के लिए एक समिति और बना दी है।
उक्रांद महामंत्री सुशील उनियाल ने कहा कि, 4600 रुपये ग्रेड पे दिया जाना चाहिए और यही प्रथम पंक्ति के कोरोना वॉरियर्स के रूप में पुलिसकर्मियों का सच्चा सम्मान होगा।
वहीं केंद्रीय महामंत्री सुशील उनियाल ने साथ में धामी सरकार से मांग की कि भविष्य में रिटायर होने वाले सभी पुलिस कर्मियों की पेंशन लागू हो और वहीं पुलिस कर्मियों से सप्ताह में सातों दिन काम लिया जाता है। जिससे वे अपने परिवार को समय नहीं दे पाते इसलिये सप्ताह में एक दिन की छुट्टी सभी पुलिस कर्मियों को मिलनी चाहिए।
उन्होंने सरकार का ध्यान दिलाया कि, ज्यादातर पुलिस कॉन्स्टेबल को जमीनी स्तर पर जनता के बीच में रहना पड़ता है और कहीं भी कॉन्स्टेबल कार्य या दबिश में जाते हैं तो उन्हें अपना खर्चा करना पड़ता है जिससे कॉन्स्टेबल का शोषण होता है जिसे पर सरकार तत्काल ध्यान दे और कॉन्स्टेबल का शोषण रोके।
सुशील उनियाल ने कहा कि, पुलिस के जवान ना तो सही टाइम पर खाना खा सकते हैं और ना ही सही टाइम पर सो सकते हैं क्योंकि वे स्वयं पुलिस परिवार से ताल्लुक रखते हैं इसलिए वे पुलिस के जवानों का दर्द अच्छे ढंग से जानते हैं।
केंद्रीय महामंत्री सुशील उनियाल ने उत्तर प्रदेश की तर्ज पर वरिष्ठता के आधार पर प्रमोशन किये जाने की मांग उठाई, वहीं सरकार को चेताते हुए सुशील उनियाल ने कहा कि, 20 साल से सरकार ने पुलिसकर्मियों को प्रमोशन नहीं दिया उल्टा उनके ग्रेड पे की कटौती की जा रही है।