स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड के ज्यूलिकोट में दो बच्चियों को अपना शिकार बनाने और महिला पर हमला करने वाले चौथे गुलदार की खोज में वन विभाग ने पिंजरा लगा दिया है । नरभक्षी घोषित गुलदार की तलाश में शिकारी और गस्ती टीम खूंटे से बकरी बांधकर टारगेट तैयार कर बैठे हैं । ग्रामीणों में फैली दहशत के कारण सूरज ढलते ही लोग घरों के अंदर दुबकने को मजबूर हो रहे हैं ।
नैनीताल जिले में ज्यूलिकोट के चोपड़ा गांव में आतंक का पर्याय बने गुलदार का खौफ आमजनों में साफ देखने को मिल रहा है । गुलदार ने ढाई माह पूर्व आंगन में खेल रही बालिका को मार दिया । इसके बाद बीती 16 नवंबर को 5 वर्षीय बच्ची रानी पर गुलदार ने घर में घुसकर हमला कर दिया, जिसे घसीटते वक्त परिजनों ने छुड़ाया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले बच्ची की मौत हो गई थी ।
इसके बाद ग्रामीणों ने आंदोलन की चेतावनी दी तो सरकार ने गुलदार को नरभक्षी घोषित करते हुए मारने के आदेश दे दिए । इस बीच वन विभाग के लगाए पिंजरों में तीन गुलदार कैद हो गए जिसमें से दो को उपचार के बाद नैनीताल ज़ू भेजा गया और तीसरे को टैस्ट और उपचार के लिए रानीबाग स्थित रैस्क्यू सेंटर भेजा गया।
अभी 19 नवंबर को भी गुलदार ने एक महिला पर हमला किया, जिसके चिल्लाने पर ग्रामीण आ गए और गुलदार भाग खड़ा हुआ । कब्जे में आई तीसरी मादा गुलदार का डी.एन.ए.और गर्भधारण टैस्ट किया गया, जिसकी रिपोर्ट अभी आनी बांकी है ।
चोपड़ा गांव के दांगड में नरभक्षी गुलदार को मारने के लिए शाम के समय निर्धारित दो शिकारी जंगल में घूमते हैं जबकी आठ लोग दोपहर में गांव में गश्त करते हैं । वन विभाग ने इस क्षेत्र में ग्रामीणों को भी सुरक्षा संबंधी कुछ चेतावनियां दे रखी हैं ।