रिपोर्ट – राजकुमार सिंह परिहार
बागेश्वर के नुमाइशखेत में देर रात्रि माँ दुर्गा की निर्माणाधीन प्रतिमा खण्डित कर दी गई। इससे श्री दुर्गा पूजा समिति के लोगों में रोष व्याप्त हो गया और समिति के सदस्यों ने एकत्रित होकर विरोध जताया। वार्ता के बाद पुलिस से आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुये कोतवाली में तहरीर सौंपी।
जानकारी के अनुसार प्रतिवर्ष की भाँति इस बार भी श्री दुर्गा पूजा समिति के लोगों सहित नगरीय लोगों व भक्तजनों से चंदा एकत्रित कर माँ दुर्गा की प्रतिमा बनवाई जा रही थी। देवी मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 26 सितम्बर को होना था। उससे पहले ही रविवार देर रात कुछ अराजक तत्वों ने प्रतिमा के कुछ अंगों को खंडित कर दिया। जिससे मूर्ति क्षतिग्रस्त हो गयी। सुबह जब समिति के लोग आये तो मूर्ति को टूटी देख अन्य लोगों को बताया। घटना की जानकारी के बाद लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया। इसके साथ ही श्री दुर्गा पूजा समिति के लोगों ने मैदान में रात्रि गस्त व सीसीटीवी लगाने का भी पुलिस प्रशासन ने अनुरोध किया है। इस मौके पर समिति के अध्यक्ष बृज किशोर वर्मा, उपाध्यक्ष मुकेश साह, नवीन लोहनी, नवीन रावल, गोविन्द जगाती, मोहित पन्त, राजेन्द्र उपाध्याय, अनुज साह, सभासद मिक्की वर्मा, व्यापार मण्डल अध्यक्ष कवि जोशी, सचिव पुष्कर किर्मोलिया, सह सचिव राहुल साह नवीन साह, जगदीश आदि मौजूद रहे।
इधर कोतवाल जगदीश ढकरियाल व उनकी पुलिस टीम ने मौका-मुआयना कर आरोपितों की तलाश शुरू की, लेकिन आरोपितों का अभी कोई सुराग नहीं लगा। मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर टीम गठित कर जांच शुरु कर दी है। उन्होंने कहा कि मूर्ति खण्डित करने वाले अराजकतत्वों के विरुद्ध कार्रवाई अवश्य होगी। साथ ही उन्होंने लोगों से सामाजिक सौहार्द बनाए रखने के साथ ही शान्ति की अपील करी।
♦️दो दर्जन कैमरे पूरे शहर में पर एक भी नुमाईश मैदान में नही
प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमान समय में नगरीय क्षेत्र बागेश्वर में लगभग दो दर्जन कैमरों के माध्यम से बढ़ते अपराधों पर नजर रखी जा रही है। मगर शहर के बीचों बीच एकमात्र ऐतिहासिक नुमाईश मैदान में एक भी कैमरा नही है। जिस पर आये दिन प्रशासनिक व राजनीतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता रहता है। जबकि इस स्थान को प्राथमिकता के आधार पर सीसीटीवी से जोड़ा जाना चाहिये था, इस पर सुरक्षा के लिहाज़ से इतनी बड़ी चूक कैसे वो समझ से परे है। अभी कुछ दिनो पूर्व मेला क्षेत्र में 18 सीसीटीवी का मामला जोरो पर था, परन्तु किसी के कानों में जूं नहीं रेंगी। आज फिर एक बार हर कोई दबी ज़ुबान में वही पर्वतजन की प्रकाशित खबर की चर्चा करता सुनाई पड़ रहा है। यदि उनमें से एक भी कैमरा यदि आज यहां लगा होता तो अराजकतत्वों को आसानी से पकड़ा जा सकता है।