अनुज नेगी
पौड़ी।कुछ ऐसी थी अंकिता भंडारी की कहानी….
अंकिता मर्डर केस के बाद से पूरे उत्तराखंड की इस बेटी के लिए इंसाफ की मांग की जा रही है।उधर अंकिता के पैतृक गांव में भी शोक की लहर है।
अंकिता के साथ पढ़े छात्र ने बताया कि वह होनहार, हंसमुख और मेहनती लड़की थी।12वीं कक्षा में उसने टॉप किया था।
पौड़ी गढ़वाल की रहने वाली 19 साल की अंकिता न केवल मेहनती और होशियार लड़की थी, बल्कि दूसरों की मदद करने से भी कभी पीछे नहीं हटती थी।
अंकिता के क्लासमेट विवेक ने बताया, ”मैंने अंकिता के साथ 12वीं तक की पढ़ाई की है।साल 2020 में उसने कॉमर्स सब्जेक्ट लेकर 12वीं कक्षा में पूरे स्कूल में टॉप किया था। उसकी पढ़ाई पौड़ी गढ़वाल के BR मॉर्डन स्कूल से हुई है। बारहवीं में टॉपर होने के साथ-साथ उसे Business सब्जेक्ट में भी बेस्ट स्टूडेंट का अवार्ड मिला था ”।
विवेक ने आगे बताया, अंकिता क्लास में टीचर के हर सवाल का जवाब देती थी। टीचर उसे काफी पसंद करते थे पढ़ाई के साथ-साथ वह दूसरों की मदद करने के लिए भी हमेशा तैयार रहती थी।
मां आंगनबाड़ी में करती है काम
अंकिता के परिवार में माता-पिता और एक भाई हैं, उसकी मां आंगनबाड़ी में काम करती हैं।साथ ही उसका परिवार आर्थिक रूप से काफी कमजोर हैं।अंकिता के दोस्त विवेक ने कहा कि वह सिर्फ अंकिता के लिए इंसाफ चाहते हैं।
स्कूल के प्रिंसिपल बोले- होनहार थी अंकिता
वहीं, BR मॉर्डन स्कूल के प्रिंसिपल ने बताया कि अंकिता उनके स्कूल की एक होनहार छात्रा थी,उसने साल 2011 में स्कूल में एडमिशन लिया था,तब वह चौथी कक्षा की छात्रा थी।
अंकिता का व्यवहार स्कूल में काफी अच्छा था। 12वीं कक्षा में उसने 88% लेकर Commerce संकाय में टॉप किया था। वह एक हंसमुख लड़की थी और पढ़ाई को लेकर काफी सीरियस रहती थी
अंकिता भंडारी का गांव पूरा स्कूल पीड़ित परिवार के साथ प्रिंसिपल ने कहा कि जब से हमने अंकिता की मौत की खबर सुनी है, हमें यकीन ही नहीं हो रहा कि हमारे स्कूल की होनहार छात्रा अब इस दुनिया में नहीं है, अंकिता के हत्यारों को फांसी की सजा होनी चाहिए, तभी अंकिता को इंसाफ मिलेगा। उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में हम और पूरा स्कूल पीड़ित परिवार के साथ है।