स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):- मुख्य न्यायाधीश को भारतीय क्रिकेट टीम पूर्व कप्तान विराट कोहली और नन्हें खिलाड़ियों ने संदेश भेजा जिसपर न्यायालय ने ‘बच्चों को खेलने दो’ को सब्जेक्ट मानते हुए जनहित याचिका के रूप में लेने का मन बनाया है। खेलों ले उद्धार के लिए अच्छी इस जनहित याचिका में सोमवार को सुनवाई होने की उम्मीद है।
मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी को एक वीडियो के माध्यम से बच्चों के खेल संबंधी सवाल जवाब वाला वीडियो(Questioner) भेजा गया था। इसमें भारतीय क्रिकेट टीम कप्तान विराट कोहली और कुछ खिलाड़ी बच्चों के बीच वार्ता दर्शायी गई है। बातों से साफ लग रहा है कि खेल के क्षेत्र में छोटे स्तर से शुरू कर विश्व स्तर के खिलाड़ी बने महेंद्र सिंह धौनी, विराट कोहली और हार्दिक पांड्या के अलावा सचिन, गांगुली और सहवाग की तरह ही ये बच्चे भी खेल की दुनिया में नाम कमाना चाहते हैं। लेकिन, इन्होंने शिकायत कर कहा है कि इन्हें मोहल्ले के अंकल आंटी खेलने नहीं देते। विराट कोहली ने कहा कि एक किशोर खिलाड़ी का उन्हें डायरेक्ट मैसेज(डी.एम.)आया जिसमें ये सब बातें कही गई हैं। विराट से वरिष्ठ खिलाड़ी होने के नाते मदद की गुजारिश की गई है। इसपर विराट ने बच्चों से पूछा कि यहां कोई करन सेठी है ? बच्चों ने करन की तरफ इशारा किया तो विराट ने करन को बुला लिया और पूछा क्या तुमने मैसेज किया था ? इसपर करन ने हिचकते हुए कहा कि अंकल आंटी खेलने नहीं देते और बॉल भी नहीं देते, अब आप मदद कर दीजिए। इसके बाद विराट बॉलिंग करता है और बच्चे बैटिंग करते हैं, अचानक बॉल आंटी के घर में चली गई। अब विराट बॉल लेने गए और आंटी से बोला, अगर मुझे मेरे बचपन में रोक दिया गया होता तो आज मैं, मैं नहीं होता, इसलिए ‘बच्चों को खेलने से मत रोको’।
सूत्रों के अनुसार, इसे गंभीरता से लेते हुए मुख्य न्यायाधीश ने सुओ मोटो(स्वतः संज्ञान)के रूप में ले लिया है और जनहित याचिका बना दिया है। मुख्य न्यायाधीश कार्यालय से इस संबंध में फ़ाइल सरकारी अधिवक्ता कार्यालय को निकल गई। बताया जा रहा है कि इसके बाद राज्य सरकार के खेल विभाग और बाल कल्याण विभाग समेत अन्य संबंधित विभागों से जवाब मांगा जाएगा। पत्र लिखने वालों ने मुख्य न्यायधीश, बी.सी.सी.आई., डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट एसोसिएशन, प्रदेश स्पोर्ट एसोशिएशन, सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, हार्दिक पांड्या सहित कई स्पोर्ट के दिग्गजों को पत्र लिखर उनकी समस्याओं का समाधान करने को कहा है।