स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):- ऊत्तराखण्ड के भीमताल क्षेत्र में घोषित नरभक्षी के तीसरे शिकार के रोज मंत्री ने विधायक से वार्ता के दौरान हाईकोर्ट, याचिकाकर्ता और हिंसक वन्यजीव के लिए जमकर अपशब्द कहे। इसे न केवल वहां मौजूद सैकड़ों ग्रामीणों ने सुना बल्कि उस वार्ता का वीडियो भी कैमरे में कैद हो गया। पिछले दिनों हिंसक वन्यजीव के शिकार हुए तीसरे परिवार को ढांढस बधाने पहुंचे विधायक से प्रदेश के एक मंत्री ने फोन पर वार्ता कर गाली गलौच की झड़ी लगा दी।
नैनीताल जिले में भीमताल के ताडा गांव में बीती 20 तारीख को 21 वर्षीय निकिता शर्मा का किसी हिंसक वन्यजीव ने शिकार कर दिया था। इससे पहले भी हिंसक वन्यजीव ने सात दिसंबर को मलुवाताल के कसाइल में इंद्रा देवी, नौ दिसंबर को पिनरों में पुष्पा देवी और फिर 20 दिसंबर को ताडा गांव में 20 वर्षीय निकिता शर्मा को अपना शिकार बनाया था। इस बीच, सरकार पर ग्रामीणों के भारी दबाव के बाद दस दिसंबर को वन मुखिया ने हमलावर को नरभक्षी गुलदार घोषित कर मारने का फरमान जारी किया था। इस आदेश कि खबर देख हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया और अधिकारियों को तलब कर हिंसक वन्यजीव को मारने की जगह उसे चिन्हित कर काबू करने संबंधी गाइडलाइन का पालन करने को कहा।
इस बीच 20 दिसंबर की रात जब निकिता के घर में कोहराम मचा था और ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान में था तो विधायक ने मृत निकिता के घर पहुंचकर परिजनों से मंत्री जी की बात कराई।विधायक ने मंत्री को फोन कर हालातों से रूबरू कराया, तो मंत्री जी ने न केवल हाईकोर्ट को बल्कि जनहित याचिका करने वाले को भी अपशब्द बोल दिए। अत्यधिक भय और गुस्से के बीच हुई वार्ता में मंत्री ने उन्हें बताया कि हाईकोर्ट ने वन्यजीव को मारने पर रोक लगा दी है। भीमताल विधायक राम सिंह केड़ा ने मंत्री से कहा कि एक याचिका की जाए, इसपर नाराज मंत्री जी बिगड़ गए और उन्होंने हाईकोर्ट को अपशब्द कह डाले। इसके अलावा मंत्री जी ने फोन पर कहा कि उन्होंने जब नारभकक्षी को मारने के आदेश दिये तो हाईकोर्ट मा….द कौन होता है रोक लगाने वाला ? मंत्री जी ने कहा कि सरकार तो मरना चाहती है लेकिन पहले जनहित याचिका करने वाले मा….द को पकड़ो। गमगीन माहौल के बीच हुई इस वार्ता में मंत्री जी ने ये भी कहा कि उन्होंने हिंसक बाघ अथवा गुलदार को मारने के लिए कह दिया है। फोन के स्पीकर पर हुई वार्ता को वहां मौजूद दर्जनों ग्रामीणों ने सुना और सभी ने इसे गलत बताया। वहां मौजूद किसी ग्रामीण ने ये वीडियो बना लिया। हम इस वीडियो की पुष्टि नहीं करते लेकिन ये वीडियो तीसरी युवती की मौत की रात का बताया जा रहा है। ये वीडियो कुछ समय तक सोशियल मीडिया में भी चर्चाओं का विषय बना रहा था।